महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा के प्रमुख विपक्षी दलों में से एक राकांपा में फूट पड़ गई है। इससे महाराष्ट्र का सियासी तापमान बढ़ गया है। अजित पवार के फैसले से NCP को काफी झटका लगा है।
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मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा के प्रमुख विपक्षी दलों में से एक राकांपा में फूट पड़ गई है। इससे महाराष्ट्र का सियासी तापमान बढ़ गया है। अजित पवार के फैसले से NCP को काफी झटका लगा है।
राकांपा नेता अजित पवार ने रविवार को अपने आवास पर पहले पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई, फिर सीधे राजभवन पहुंच गए। अजित यहां महाराष्ट्र के सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस की मौजूदगी में एनडीए में शामिल हो गए। इसके बाद उन्हें राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। विधानसभा में राकांपा के कुल 53 विधायक हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उनमें से 40 अजित पवार के साथ हैं।
अजित पवार के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी राजभवन पहुंचे थे। अजित पवार के शपथ लेने के साथ ही महाराष्ट्र में अब दो डिप्टी सीएम हो गए हैं। वहीं, महाराष्ट्र कैबिनेट में राकांपा के कई मंत्री भी शामिल किए गए हैं। इनमें छगन भुजबल से लेकर दिलीप वलसे पाटिल तक शामिल रहे।
उधर, सीएम शिंदे ने मंत्रीमंडल के नए सहयोगियों का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अब राज्य का विकास और तेजी से होगा। आज से महाराष्ट्र में ट्रिपल इंजन की सरकार काम करेगी।