जम्मू। गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को बालटाल इलाके का दौरा कर अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को परखा। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी कार्य पूरे हो जाएं।
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गृहमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को भी जाना
शाह ने अमरनाथ यात्रा में किसी प्रकार की चूक न होने की भी हिदायत दी। गृहमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की। आतंकवाद व आतंकियों के प्रति जीरो टॉलरेंस पर जोर दिया। इस साल बाबा बर्फानी यानि अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है। इस दिन शनि प्रदोष व्रत है। वहीं अमरनाथ यात्रा का समापन 31 अगस्त को सावन पूर्णिमा पर होगा।
बैठक के बाद शाह ने ट्वीट किया कि श्रीनगर में व्यापक सुरक्षा समीक्षा की गई। एजेंसियों ने लोगों की सुरक्षा के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है। जम्मू-कश्मीर में निरंतर शांति और स्थिरता पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित प्रमुख लक्ष्यों में से एक है।
बैठक में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, गृह सचिव अजय भल्ला, तपन डेका समेत खुफिया व प्रशासनिक विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में अधिकारियों ने अमरनाथ यात्रा की अब तक की तैयारियों और सुरक्षा इंतजामों के बारे में जानकारी दी। अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर स्थिति से अवगत कराया गया।
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आतंकवाद के प्रति सेना और पुलिस का रवैया सख्त
बताया गया कि आतंकवाद के प्रति सेना और पुलिस का रवैया सख्त है। बॉर्डर के साथ ही आंतरिक इलाकों में भी पैनी नजर रखी जा रही है। वहीं अमरनाथ यात्रा के सफलतापूर्वक आयोजन को लेकर भी गृह मंत्री ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वय के साथ काम करने पर जोर दिया।
गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नागरिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शांति, प्रगति और समृद्धि के एक नए युग का गवाह बन रहे हैं। इसलिए ऐसा माहौल होना चाहिए जिससे यहां शांति तथा विकास चलता रहे।