फिल्म द कश्मीर फाइल्स एक बार फिर विवादों में आ गई है। आईएफएफआई के ज्यूरी प्रमुख ने फिल्म पर कटाक्ष किया है। नादव लापिड ने फिल्म को 'अश्लील प्रचार' बताया है। इससे नाराज़ हिते हुए अनुपम खेर ने IFFI के ज्यूरी हेड पर साधा निशाना। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- झूठ की ऊंचाई कितनी भी ऊंची क्यों न हो। सत्य की तुलना में यह हमेशा छोटा होता है।
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Anupam Kher On The Kashmir Files: बॉलीवुड इंडस्ट्री की इस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। वजह है इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के जूरी हेड नदव लापिड का बयान, जो उन्होंने गोवा में आयोजित 53वें फिल्म फेस्टिवल समारोह में दिया था।
कल शाम गोवा में आयोजित भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) का समापन हो गया है। IFFI की क्लोजिंग सेरेमनी में उस वक्त हलचल पैदा हो गई जब फंक्शन को दौरान फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को प्रोपेगेंडा और वल्गर बताया गया. इसराइली फिल्म निर्माता नादव लैपिड (Nadav Lapid) के प्रोपेगेंडा वाले बयान पर एक-एक करके सेलिब्रिटीज के रिएक्शन आने शुरू हो गए. अब इस बयान पर अभिनेता अनुपम खेर का रिएक्शन भी सामने आया है.
‘द कश्मीर फाइल्स’ को प्रोपेगेंडा बताने पर नाराज हुए अनुपम खेर
आपको बता दें कि, IFFI जूरी हेड के ‘द कश्मीर फाइल्स’ को प्रोपेगेंडा बताने पर बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर भी काफी नाराज हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों न हो, सच के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है. इसके साथ ही एक्टर ने फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ से अपनी फोटोज़ भी शेयर की.”
झूट का क़द कितना भी ऊँचा क्यों ना हो..
सत्य के मुक़ाबले में हमेशा छोटा ही होता है.. pic.twitter.com/OfOiFgkKtD— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 28, 2022
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इसके अलावा अनुपम खेर एक इंटरव्यू के दौरान कश्मीर फाइल्स को लेकर जूरी की टिपण्णी पर कहा कि भगवान उनको सद्बुद्धि दे. उन्होंने आगे कहा अगर ‘होलोकास्ट’ सही है तो कश्मीरी पंडितों का माइग्रेशन भी सही है और जो बोला गया लगता है प्री प्लांड है.
इसराइली फिल्म निर्माता नादव लापिड ने ‘The Kashmir Files’ को बताया ‘प्रोपेगेंडा’
बता दें कि इसराइली फिल्म निर्माता ने फिल्म महोत्सव प्रोग्राम के दौरान अपने बयान में कहा है कि वो इस बात से परेशान और हैरान थे कि फिल्म को कार्यक्रम में दिखाया गया था. निर्माता ने आगे कहा कि यह सब एक प्रोपेगेंडा की तरह लग रहा था. इसके बाद इंटरनेट पर नादव लैपिड का यह बयान तुरंत आग की तरह फैल गया.