1. हिन्दी समाचार
  2. ख़बरें जरा हटके
  3. अयोध्या में चरम तनाव के वक्त कल्याण सिंह ने कहा था कि रामलला के लिए अगले कई जन्म जेल में रहने के लिए तैयार हूं

अयोध्या में चरम तनाव के वक्त कल्याण सिंह ने कहा था कि रामलला के लिए अगले कई जन्म जेल में रहने के लिए तैयार हूं

6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री के अगले कदम पर सभी की नजरें टिकी हुईं थी। उस समय अपना इस्तीफा देने के बाद कल्याण सिंह ने कहा कि अगर मुझे सजा होती है तो मैं रामलला के लिए अगले कई जन्मों तक जेल में रहने के लिए तैयार हूं।

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

जब कल्याण ने कहा, रामलला के लिए अगले कई जन्म जेल में रहने को तैयार हूंः 6 दिसंबर 1992 को ढलती हुई सर्द शाम तक अयोध्या में विवादित ढांचे का आखिरी हिस्सा भी ध्वस्त हो जाने की प्रामाणिक खबरें लखनऊ और दिल्ली तक पहुंच चुकी थीं। तनाव चरम पर था। सभी की नजरें मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के अगले कदम पर थी, जो उस वक्त कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में विधानसभा अध्यक्ष केसरीनाथ त्रिपाठी से कुछ देर की मंत्रणा के बाद राजभवन पहुंच गए।

पढ़ें :- पिज़्ज़ा बनाम पराठा: फास्ट फूड ने कैसे बदल दी भारत की थाली

उन्होंने राज्यपाल सत्यनारायण रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से कहा कि अयोध्या में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी उनकी है। बाद में लिब्राहन कमीशन के सामने भी उन्होंने इसे दोहराया। इसकी जांच के दौरान कल्याण सिंह ने कई बार कहा कि अगर उन्हें सजा होती है वह रामलला के लिए अगले कई जन्मों तक जेल में रहने को तैयार हैं।

इस पूरे दौर में दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह, हिंदुत्व की राजनीति का बड़ा चेहरा बनकर उभरे। जिन्होंने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने से साफ तौर पर इनकार किया और विवादित ढांचा गिराने की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।

प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ और राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ। वे दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के दौरान कल्याण सिंह ही प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। कल्याण सिंह के समर्थक उन्हें बाबूजी कहकर संबोधित करते थे। 21 अगस्त 2021 को उनका निधन हो गया।

अन्य अहम घटनाएंः

पढ़ें :- 7–8 सितंबर 2025: रात के आसमान में खिलेगा लाल चाँद

1592ः मुगल शासक शाहजहां का जन्म।

1671ः छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों से सल्हर क्षेत्र को अपने कब्जे में किया।

1890ः अधिवक्ता ज्ञानेंद्र मोहन टैगोर का निधन।

1934ः वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी का जन्म।

1941ः भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी का जन्म।

पढ़ें :- भ्रष्टाचार मुक्त भारत की ओर कदम: ट्रैफिक नियमों का पालन ही असली समाधान

1955ः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जन्म।

1957ः केंद्रीय बिक्री कर अधिनियम प्रभाव में आया।

1986ः फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का जन्म।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook, YouTube और Twitter पर फॉलो करे...
Booking.com
Booking.com