नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस प्रशिक्षण कोर्स के दौरान द्रौपदी का डांडा में एवलांच आने से दो प्रशिक्षकों के मौत हो गई है. उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में एडवांस प्रशिक्षण के लिए निम की 29 लोगों की टीम गई थी.
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निम का प्रशिक्षण दल द्रौपदी का डांडा में एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास (ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरार) में फंसे हैं. इसमें से नौ की मौत हो गई है, जबकि 20 प्रशिक्षणार्थी अभी फंसे हुए हैं. इन्हें निकालने के लिए निम की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
क्रेवास फंसे आठ प्रशिक्षणार्थियों को रेस्क्यू कर निकाला गया है, जबकि 20 लोग अभी भी क्रेवास में फंसे हैं. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी. जिस पर राजनाथ सिंह ने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवास में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. घटनास्थल पर निम के पास दो सैटेलाइट फोन मौजूद हैं. रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है.
द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022
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22 सितंबर से चल रहा था बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था. बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे. जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे.