रेवदर, सिरोई: बाल विवाह सभ्य समाज के लिए एक अभिशाप है,और इसकी रोकथाम के लिए कई प्रयास किए जा रहें है.सारद संस्थान रेवदर और गर्ल्स नोट ब्राइड के सयुंक्त तत्वाधान में बाल विवाह जागरूकता अभियान शुरू किया गया है, जिसके तहत किशोरी बालिका समूह , युवा समूह व,स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ विभिन्न स्थानों पर अभियान चलाया जा रहा है,साथ ही गांव-गांव में रेलियो और नुक्कड़ नाटक किए जा रहें है,जिसके माध्यम से बाल विवाह के दुष्परिणाम के बारे में समुदाय को जागरूक किया जा रहा हैं ,साथ ही साथ कानून के विभिन्न प्रावधानों के बारे में भी समुदाय में जागरूकता फैलाई जा रही हैं.
Updated Date
रेवदर, सिरोई: हमारे समाज में अभिशाप बने बाल विवाह को रोकने के लिए सारद संस्थान रेवदर और गर्ल्स नोट ब्राइड के सयुंक्त तत्वाधान ने बाल विवाह जागरूकता अभियान शुरू किया है,साथ ही सारद संस्थान द्वारा गठित किशोरी बालिका मंच और युवा समूह की एक टास्क फोर्स भी बनाई गई हैं,जो गांवो में होने वाले बाल विवाहों पर पैनी नजर रखे हुए है,साथ ही ये टास्क फोर्स बाल विवाह का पता लगाने के साथ-साथ बाल विवाह नहीं करने के लिए घर-घर जाकर समझाइस का काम कर रही है ,साथ ही स्कूलों, समुदाय के लोगो को बाल विवाह न करने की शपत भी दिलाई जा रही हैं.
संस्थान की समझाइस पर इस वर्ष 10 बाल विवाहों को टाला भी गया है,जो की अपने आप में एक सफल प्रयास है, गर्ल्स नोट ब्राइड पूरे देश में बाल विवाह के जागरूकता के लिए नेटवर्क के माध्यम से कार्य कर रही है, वहीं सारद संस्थान पिछले 20 वर्षो से राजस्थान के जालोर ,सिरोही में विभिन्न सामाजिक मुद्दों के साथ बाल विवाह पर भी काम कर रही है ,सारद संस्थान से सुनीता शर्मा,सुनीता बैरवा,किशोर,जोशन नैना,पूर्णिमा,सुरेश,राहुल,और जेसल पूरी विभिन्न गतिविधियां आयोजित करवा रहे हैं.