केंद्र सरकार ने बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी । स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर मंजूरी दी गई है। भारत बायोटेक की इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन निजी केंद्रों में उपलब्ध होगी। यह नाक में दी जाने वाली वैक्सीन (nasal vaccine india) है।
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Nasal Vaccine in India: चीन में बढ़ते संक्रमण के बीच, भारत बायोटेक की नाक से दी जाने वाली यानी नेजल वैक्सीन को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है. इस वैक्सीन को आज यानी शुक्रवार से टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है. इस वैक्सीन को आज यानी शुक्रवार से टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है और कोवैक्सीन और कोविशील्ड ले चुके लोग भी इस वैक्सीन को ले सकते हैं.
आज से CoWIN app पर शामिल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में बताया कि एक्सपर्ट कमेटी ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. इसे आज से कोविन ऐप पर शामिल कर लिया जाएगा. अभी निजी अस्पतालों में ही यह वैक्सीन उपलब्ध होगी. पिछले महीने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड नाक से दी जाने वाली वैक्सीन इनकोवैक को लेकर केंद्र सरकार से बात की थी. नवंबर में भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से नाक से दी जाने वाली अपनी कोविड रोधी दवा ‘इनकोवैक’ (iNCOVACC) को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया था, ताकि इसे लेने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल सके.
दुनिया के कई देशों में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या बढ़ गई है. कोरोना के एक्विट मामलों की संख्या अमेरिका में 19 लाख 50 हजार से ज्यादा, फ्रांस में 11 लाख से अधिक, ब्राजील में 6 लाख 75 हजार से ज्यादा, भारत 3 हजार 380, ऑस्ट्रेलिया में 1 लाख 24 हजार से ज्यादा और चीन में 39 हजार और 400 से ज्यादा है.
भारत बायोटेक द्वारा साझा की गई जानकारियों के मुताबिक यह नेजल वैक्सीन, अब तक प्रयोग में लाई जा रही अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग और प्रभावी है। कुछ बातें इसे बेहद खास बनाती हैं।
-यह वैक्सीन चूंकि नाक के माध्यम से दी जाती है जो नाक के भीतर प्रतिरक्षा प्रणाली तैयार करके वायरस के प्रवेश करते ही उसे निष्क्रिय कर देगी।
-अब तक दी जा रही वैक्सीन्स से अलग, इसके लिए निडिल की आवश्यकता नहीं होगी।
-इसे उपयोग में लाना भी आसान है घर पर भी इसको प्रयोग किया जा सकेगा। इसके लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों की आवश्यकता भी नहीं है।
-सुई से संबिधित जोखिमों जैसे संक्रमण, या वैक्सीनेशन के बाद होने वाले दर्द से मुक्ति मिलेगी।
-बच्चों और वयस्कों के लिए आदर्श रूप से उपयुक्त है।
-सबसे खास बात यह वायरस को शरीर में प्रवेश करने से पहले ही मारने की क्षमता वाली है, ऐसे में इससे शरीर के अंगों को होने वाली समस्याओं का जोखिम नहीं होगा।