उत्तर प्रदेश के मेरठ में एंटी करप्शन की टीम ने भावनपुर थाने के एक दरोगा को 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस दौरान दरोगा ने टीम के साथ हाथापाई करते हुए
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मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में एंटी करप्शन की टीम ने भावनपुर थाने के एक दरोगा को 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस दौरान दरोगा ने टीम के साथ हाथापाई करते हुए भागने की कोशिश की लेकिन टीम ने बल प्रयोग करते हुए दरोगा को दबोच लिया। दरोगा के खिलाफ सिविल लाइन थाने में भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
वही प्रभारी निरीक्षक एंटी करप्शन दुर्गेश सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले उन्हें इमरान नाम के एक युवक ने शिकायत की थी कि अब्दुल्लापुर चौकी पर तैनात दरोगा विक्रम सिंह उससे एक मुकदमे में नाम निकालने के लिए 20 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहे हैं। जबकि मामले की विवेचना थाने की एक महिला दरोगा कर रही है। टीम ने योजना तैयार की और इमरान को केमिकल लगे 20 हजार देकर दरोगा से मिलने के लिए भेज दिया। दोपहर में भावनपुर थाने के सामने चाय की दुकान पर दरोगा ने इमरान से मुलाकात की। जैसे ही इमरान ने दरोगा को 20 हजार रूपए थमाए, वैसे ही एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को दबोच लिया। दरोगा विक्रम सिंह पैसे फेंक कर टीम के चंगुल से छूटने का प्रयास करने लगा। बताया जाता है कि उसने टीम के सदस्यों के साथ हाथापाई तक कर दी। किसी तरह टीम के सदस्यों ने दरोगा विक्रम सिंह को काबू किया और सीधे सिविल लाइन थाने लेकर आ गई। फिलहाल एंटी करप्शन टीम दरोगा विक्रम सिंह के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कर रही है।