सबका साथ-सबका विकास के साथ यूपी में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने का भाजपा का मिशन कामयाब होता दिख रहा है। इसी मिशन की कामयाबी के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी भाजपा के साथ खड़ी हो गई है।
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नई दिल्ली। सबका साथ-सबका विकास के साथ यूपी में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने का भाजपा का मिशन कामयाब होता दिख रहा है। इसी मिशन की कामयाबी के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी भाजपा के साथ खड़ी हो गई है।
गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद गठबंधन का किया ऐलान
यूपी में 2024 का लोकसभा चुनाव सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगी। इसका एलान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली मे मुलाकात की थी और रविवार को गठबंधन का ऐलान भी कर दिया है।
गठबंधन पर राजभर ने कहा कि सामाजिक न्याय, देश की रक्षा- सुरक्षा, सुशासन, वंचितों, शोषितों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं, किसानों, नौजवानों, हर कमजोर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेगी। सुभासपा और भाजपा का गठबंधन होने से एनडीए को मजबूती मिलेगी।
राजभर ने लोकसभा चुनाव में कुल तीन सीटें मांगीं
सूत्रों का कहना है कि राजभर ने अमित शाह के सामने लोकसभा चुनाव में कुल तीन सीटों की मांग रखी है। इनमें दो सीटें यूपी में और एक सीट बिहार में मांगी है । हालांकि बिहार में सीट देने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन यूपी में दो सीट देने पर लगभग सहमति बन गई है। इनमें गाजीपुर और घोसी सीट शामिल हैं ।
राजभर शाह के सामने यह भी शर्त रखी है कि दोनों सीटें वह अपने सिंबल ही चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों का तो यह भी कहना है कि राजभर ने गाजीपुर सीट से अपने छोटे पुत्र अरुण राजभर को चुनाव लड़ाने का भी प्रस्ताव भी अमित शाह को दिया है।
सूत्रों का कहना है कि राजभर ने अमित शाह के सामने यह भी शर्त रखी है कि यदि बिहार में सीट देने की स्थिति नहीं बनती है तो फिर यूपी में चंदौली या आजमगढ़ की लालगंज सीट में से कोई एक सीट सुभासपा को दिया जाए। यानि उन्होंने बिहार में सीट न मिलने की स्थिति में यूपी में कुल तीन सीटें मांगी है ।
हालांकि इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। इस मौके पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उत्तरप्रदेश में विपक्ष लगभग खत्म हो गया है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है।