उत्तर भारत में गर्मी से लोग परेशान हैं। इस गर्मी से लोगों की किडनी पर भी असर पड़ रहा है। खासकर गरीब तबके के लोग जो मजदूरी कर रहे हैं, वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं।
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नई दिल्ली। उत्तर भारत में गर्मी से लोग परेशान हैं। इस गर्मी से लोगों की किडनी पर भी असर पड़ रहा है। खासकर गरीब तबके के लोग जो मजदूरी कर रहे हैं, वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं।
इस बीमारी की चपेट में ज्यादातर मजदूर हैं, जो इस भीषण गर्मी के बीच सारा दिन सड़क पर काम करते हैं। हाल ही में हुए रिसर्च में खुलासा किया गया है कि गर्मी के दिनों में किडनी में पथरी होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए कुछ खास सावधानियों का पालन करना जरूरी है।
किडनी में एक बार प्रॉब्लम शुरू हो जाए तो यह बार-बार दिक्कत पैदा करती है। यह हमारे शरीर का बेहद अहम हिस्सा है जो पूरे शरीर की गंदगी को साफ करता है। जून-जुलाई का महीना हमारी किडनी के हिसाब से ठीक नहीं होता है।
पानी की कमी से होने लगती है किडनी में पथरी
शरीर में पानी की कमी होने के कारण किडनी में धीरे-धीरे पथरी जमने लगती है। बढ़ते हुए टेंपरेचर के कारण बुजुर्ग में प्रोस्टेट कैंसर की संख्या भी बढ़ी है। इसलिए डॉक्टर खूब पानी पीने की सलाह देते हैं। बीते दो महीनों से पथरी के मरीजों की संख्या तीस फीसदी बढ़ी है।