हिंद महासागर क्षेत्र से चीन का विभिन्न निगरानी उपकरणों से लैस जासूसी जहाज 'युआन वांग 5 अब इलाके से बाहर निकल गया है,नौसेना के सूत के हवाले से यह जानकारी मंगलवार को मिली है,कुछ दिन पहले ही चीन का जासूसी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल हुआ था.
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New Delhi:हिंद महासागर क्षेत्र से चीन का विभिन्न निगरानी उपकरणों से लैस जासूसी जहाज ‘युआन वांग 5 अब इलाके से बाहर निकल गया है,नौसेना के सूत के हवाले से यह जानकारी मंगलवार को मिली है,कुछ दिन पहले ही चीन का जासूसी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में दाखिल हुआ था,ओपन सोर्स इंटेलिजेंस विशेषज्ञ डेमियन साइमन ने 5 दिसंबर को ट्वीट किया था कि चीन का मिसाइल और उपग्रह निगरानी जहाज ‘युआन वांग 5’ हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश कर गया है.
भारतीय नौसेना लगातार अपनी लंबी दूरी के निगरानी ड्रोन्स और समुद्री गश्ती विमान सहित कई माध्यमों के जरिए बैलिस्टिक मिसाइल और सैटेलाइट निगरानी में सक्षम चीनी जहाज की आवाजाही पर निगरानी कर रखी थी, अगस्त में हंबनटोटा बंदरगाह पर जहाज के ठहराव ने भारत और श्रीलंका के बीच एक राजनयिक विवाद पैदा कर दिया था.दक्षिण में गहरे सागर में स्थित हंबनटोटा बंदरगाह को उसकी अवस्थिति को लेकर रणनीतिक दृष्टि से बड़ा महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, चीनी जहाज को आखिरी बार इंडोनेशिया के सुंडा जलडमरूमध्य में देखा गया था. हिंद महासागर में चीनी जहाज की यात्रा चीनी सेना और अनुसंधान जहाजों द्वारा इस क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियों को लेकर चिंताओं के बीच हुई है. इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर चिंताओं की पृष्ठभूमि में भारत हिंद महासागर में समान विचारधारा वाले देशों के साथ रक्षा और सुरक्षा संबंधों को मजबूत कर रहा है.