उत्तराखंड के अधिकांश इलाकों में पिछले कई दिनों से भारी बारिश के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इतना ही नहीं कई इलाकों में बारिश और बादल फटने के चलते भूस्खलन तक की नौबत आ गई है ।
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उत्तराखंड के अधिकांश इलाकों में पिछले कई दिनों से भारी बारिश के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इतना ही नहीं कई इलाकों में बारिश और बादल फटने के चलते भूस्खलन तक की नौबत आ गई है । राज्य के रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और बागेश्वर जनपदों के कुछ क्षेत्रों में बादल फटने की सूचना आए दिन आती रहती है । सूचना प्राप्त होते ही सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर राहत और बचाव कार्यों को त्वरित गति से संचालित करने के निर्देश दिए है । मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्रभावित लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और किसी भी प्रकार की कोई देरी न बरती जाए ।
मुख्यमंत्री धामी ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित आपदा प्रबंधन की उच्चस्तरीय बैठक में तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में सभी जरूरी सुविधाएं जल्द उपलब्ध कराई जाएं । सड़क, विद्युत और पेयजल आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में उन्हें तत्काल सुचारू किया जाए । सीएम धामी ने वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारियों से बादल फटने की घटनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की । इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने नैनीताल के जिलाधिकारी से भी बारिश और सड़कों की स्थिति की जानकारी ली है ।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पूरे मानसून सीजन तक शासन और प्रशासन अलर्ट मोड पर रहे । जिलाधिकारियों द्वारा आपदा राहत कार्यों के लिए जो भी आवश्यक संसाधन और सुविधाएं अपेक्षित हों, उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जाए । साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रभावित परिवारों को निर्धारित मानकों के अनुसार मुआवजा जल्द उपलब्ध हो । आपको बता दें कि इस बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, प्रमुख सचिव शैलेश बगोली, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय समेत तमाम अधिकारी उपस्थित रहे जिनको निर्देश दिए गए है ।