PM Modi ने सभी से हर समय कोविड के उपयुक्त व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 की स्थिति और इससे संबंधित पहलुओं की समीक्षा के लिए गुरुवार को एक उच्च स्तरीय वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में भीड़ भरे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, टेस्टिंग बढ़ाने और जीनोमिक सीक्वेंसिंग का आग्रह किया. पीएम मोदी ने विशेष रूप से कमजोर और बुजुर्ग समूहों के लिए प्रिकॉशन डोज को प्रोत्साहित किया जाने पर जोर दिया.
कोरोना के खिलाफ हो जाएं सतर्क
बैठक के दौरान नीति आयोग के सदस्य वीके पाल और स्वास्थ्य सचिव राजीव भूषण ने देश और दुनिया में कोरोना संक्रमण हालात पर प्रधानमंत्री के सामने विस्तृत प्रजेंटेशन दिया. इसमें बताया गया कि पिछले एक हफ्ते में देश में प्रतिदिन औसतन 153 नए संक्रमित पाए गए हैं और पोजेटिविटी दर 0.14 फीसद रही है. जो मार्च 2020 में कोरोना की शुरुआत के बाद सबसे कम है. वहीं दुनिया भर में पिछले छह हफ्ते से प्रतिदिन औसतन 5.9 लाख नए संक्रमित सामने आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने साफ किया कि देश में भले ही कोरोना के मामले पूरी तरह से काबू में है, लेकिन इसकी वजह से उसके खिलाफ लड़ाई में शिथिलता नहीं आनी चाहिए.
बैठक में पीएम मोदी ने सभी राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. पीएम ने राज्यों को कोविड विशिष्ट सुविधाओं का ऑडिट करने की सलाह दी है.
टेस्टिंग बढ़ाने बढ़ाने पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि देश में टेस्टिंग बढ़ाने और खासतौर पर हवाईअड्डों पर विदेशी यात्रियों की फिर से टेस्टिंग की शुरू करने की जरूरत है, ताकि विदेश से आने वाले किसी भी वैरिएंट का पता चलाया जा सके.
इसके साथ ही बैठक में पीएम मोदी ने राज्यों को आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और कीमतों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी. वहीं, बैठक में पीएम मोदी को स्वास्थ्य विभाग ने सूचित किया कि दवाओं, टीकों और अस्पताल के बिस्तरों के संबंध में पर्याप्त संख्या में उपलब्धता हैं. बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर व अन्य लोग उपस्थित थे.