बरसात किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बरसात से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बारिश से सरसों तथा चना इत्यादि की फसलों को खास लाभ होने की संभावना जताई जा रही है। सबसे ज्यादा लाभ गेहूं की फसल को होगा। खास बात यह है कि नूंह जिले का नगीना खंड पूरी तरह से बारिश पर आधारित है।
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नूंह। बरसात किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। बरसात से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बारिश से सरसों तथा चना इत्यादि की फसलों को खास लाभ होने की संभावना जताई जा रही है। सबसे ज्यादा लाभ गेहूं की फसल को होगा। खास बात यह है कि नूंह जिले का नगीना खंड पूरी तरह से बारिश पर आधारित है।
किसानों के पास सिंचाई के साधन पर्याप्त नहीं है। उन हजारों किसानों के लिए यह बरसात सोने पर सुहागा है। इस बरसात के बाद गेहूं तथा दलहन की फसलों के उत्पादन में भी बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया जा सकता है। बता दें कि इस बार कड़ाके की ठंड और धुंध ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया था। बारिश के बाद कड़ाके की ठंड और धुंध से भी निजात मिलती हुई दिख रही है।
हालांकि मौसम विभाग ने अभी भी आगामी 5 फरवरी तक मौसम में बदलाव की संभावना जताई है। लेकिन बुधवार देर शाम से ही हो रही रुक-रुक कर बारिश ने किसानों के लिए राहत देने का काम कर दिया है। बरसात से नूंह जिले में ही नहीं बल्कि आसपास के कई जिलों में भी अच्छा खासा लाभ होगा।