जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने भूंकप के इस घटना की पुष्टि की है।
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Uttarakhand Earthquake : उत्तरकाशी जिले की गंगा और यमुना घाटी में शनिवार सवेरे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई। बता दें कि यह इलाका तहसील बड़कोट में आता है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने भूंकप के इस घटना की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि सुबह 5:04 मिनट इस क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका असर समूचे जिले में महसूस किया गया। अभी तक कहीं से भी किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। भूकंप उत्तरकाशी से 39 किलोमीटर पूर्व में टिहरी गढ़वाल क्षेत्र में आया। भूकंप का केंद्र अक्षांश 30.72 और देशांतर 78.85 रहा।
वहीं आपको बता दें कि इसकी गहराई 28 किलोमीटर थी। ग्रामीणों के मुताबिक सुबह अचानक धरती के हिलने से अफरातफरी मच गई। कुछ जगहों पर मकान हिलने पर लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि भूंकप से अभी तक किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
बता दें कि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से कहीं अधिक खतरनाक माना जाता है। इसी पैमाने पर 2.0 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता है। जोकि सामान्यतः महसूस नहीं होते। ऐसे में 4.1 की तीव्रता वाले भूकंप घरों और अन्य रचनाओं को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं। वहीं, सीमांत जनपद भूकंप की दृष्टि से सर्वाधिक संवेदनशील जोन चार व पांच में है। ऐसे में बीते साल 1991 में विनाशकारी भूकंप आया था और जानमाल का भारी नुकसान हुआ था।