क्राइम ब्रांच ने आज बुधवार को फर्जी पासपोर्ट और वीजा रैकेट में शामिल आठ आरोपित को गिरफ्तार किया है. वह वीजा दिलाने के आश्वासन पर गुजरात और पंजाब के ग्राहकों से मोटी रकम वसूल रहे थे.
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दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने फर्जी पासपोर्ट और वीजा रैकेट का भंडाफोड़ किया है. क्राइम ब्रांच ने आज बुधवार को फर्जी वीजा रैकेट के मास्टरमाइंड समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के मुताबिक, इनके कब्जे से विभिन्न देशों के लगभग 300 पासपोर्ट के साथ-साथ उनके पास से बड़ी संख्या में जाली दस्तावेज, स्टाम्प, लैपटॉप और टैबलेट बरामद किए गए. मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
आरोपित जाली और मनगढ़ंत दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न देशों के टूरिस्ट वीजा के लिए आवेदन करते थे. जिन व्यक्तियों को पर्यटक वीजा पर विदेश भेजा जाता था, वे वहां रहने की अवधि समाप्त होने के बाद वहां अवैध रूप से रहते थे. इससे पता चला कि, वे अपनी पहचान वाले दस्तावेजों को नष्ट कर देते थे और किसी न किसी बहाने इन देशों में शरण प्राप्त कर लेते थे.
आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पिछले 10-12 सालों से ‘ग्रीन टूर एंड ट्रैवल’ के नाम से ट्रेवल एजेंसी चलाने की आड़ में अवैध वीजा का कारोबार कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक गैंग का नेटवर्क हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी आदि सहित कई राज्यों में फैला हुआ है. रैकेट के सदस्य बात करने के लिए व्हाट्सएप जैसे अत्यधिक एन्क्रिप्टेड मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग कर रहे थे.
आरोपी ज़्यादातर बेरोजगारों को निशाना बनाते थे. ऐसे उम्मीदवारों के पास वीजा हासिल करने के लिए वैध दस्तावेज नहीं होते थे, इस तरह ये फ़र्ज़ी दस्तवेज़ों के जरिये उनका वीज़ा हासिल कर लेते थे. इसके बदले लोगों से मोटी रकम लेते थे. एक सूचना के बाद पूरा गैंग कनॉट प्लेस इलाके से पकड़ा गया है.