यूपी के रायबरेली जिले में निजी बैंक में क्लर्क के पद पर काम करने वाली युवती ने पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाकर जान देने की कोशिश की। उसने ऑल आउट पी लिया। युवती की हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डाक्टरों ने उसकी हालत ज्यादा गंभीर होने पर एम्स रायबरेली रेफर कर दिया है। मामला शहर कोतवाली इलाके के शांति नगर मोहल्ले का है।
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रायबरेली। यूपी के रायबरेली जिले में निजी बैंक में क्लर्क के पद पर काम करने वाली युवती ने पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाकर जान देने की कोशिश की। उसने ऑल आउट पी लिया। युवती की हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डाक्टरों ने उसकी हालत ज्यादा गंभीर होने पर एम्स रायबरेली रेफर कर दिया है। मामला शहर कोतवाली इलाके के शांति नगर मोहल्ले का है।
यहां की रहने वाली रुचि सिंह निजी बैंक में क्लर्क है। होली से दो दिन पहले वह बैंक से घर जा रही थी तभी उनकी ऑल्टो कार की रिक्शे से टक्कर हो गई थी। रिक्शा चालक ने ऑल्टो चला रही रुचि सिंह पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मामले की विवेचना के लिए शहर कोतवाली में तैनात दरोगा अनिल तोमर रुचि सिंह को लगातार बयान दर्ज कराने के लिए कई बार बुला चुके थे।
रुचि की मां शोभा सिंह का आरोप है कि दरोगा ने धमकी दी थी कि अगर वह बयान नहीं देगी तो जेल चली जाएगी। शोभा सिंह के मुताबिक इसी से आहत होकर उनकी बेटी ने जहर खा लिया था। उधर सीओ सदर अमित सिंह का कहना था कि मामले में मुकदमा दर्ज था। जिसके बाबत रुचि सिंह से लगातार दरोगा संपर्क कर रहे थे लेकिन वह मिल नहीं रही थी।