महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने केयर होम - निर्मल छाया काम्प्लेक्स, जेल रोड से ग्रेजुएट करने वाली लड़कियों को सम्मानित किया। मंत्री आतिशी ने समारोह के दौरान केयर होम में अकेडमिक्ड,खेल-कूद सहित विभिन्न गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन करने वाली लड़कियों को भी सम्मानित किया। साथ ही नौकरी के ज़रिए आत्मनिर्भर बनने वाली 6 लड़कियों को जॉब लेटर भी सौंपे।
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नई दिल्ली। महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने केयर होम – निर्मल छाया काम्प्लेक्स, जेल रोड से ग्रेजुएट करने वाली लड़कियों को सम्मानित किया। मंत्री आतिशी ने समारोह के दौरान केयर होम में अकेडमिक्ड,खेल-कूद सहित विभिन्न गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन करने वाली लड़कियों को भी सम्मानित किया। साथ ही नौकरी के ज़रिए आत्मनिर्भर बनने वाली 6 लड़कियों को जॉब लेटर भी सौंपे।
इस मौक़े पर मंत्री आतिशी ने कहा कि हमारे केयर होम्स में जो लड़कियां हैं, उन्हें शायद प्रकृति से कम मिला हो लेकिन उन्हें सम्मानजनक रहन-सहन और बराबरी के मौक़े मिले, ये ज़िम्मेदारी सरकार की है। मुझे ख़ुशी है कि ईश्वर ने दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग को इतना पुण्य का काम करने का अवसर दिया है।
उन्होंने कहा कि अपने परिवार के बच्चों के समान केजरीवाल सरकार अपने केयर होम्स में भी लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए शानदार अवसर दे रही है। हम शिक्षा से लेकर स्किल ट्रेनिंग के ज़रिए हर तरीक़े से इन बच्चियों को सशक्त बना रहे हैं ताकि अपने स्याह अतीत को भूलकर ये लड़कियां नई शुरुआत करें और सफल होकर अपनी पहचान बनाएं।
उन्होंने लड़कियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एक बेहतर ज़िंदगी के लिए केयर होम्स में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी आप सभी कड़ी मेहनत करतीं रहें। आप सभी को बराबरी के अवसर और ज़रूरी संसाधन मुहैया करवाना केजरीवाल सरकार की ज़िम्मेदारी है।
बता दें कि केजरीवाल सरकार के केयर होम्स में शोषण, मानव तस्करी, देह-व्यापार आदि से पीड़ित लड़कियों को एक सुरक्षित आवास प्रदान किया जाता है। जिसमें उन्हें शिक्षित करने के साथ आत्मनिर्भर बनने के लिए ज़रूरी कौशल भी प्रदान किए जाते हैं। केजरीवाल सरकार यहां लड़कियों को औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ नर्सिंग, रिटेल सेक्टर, टेक्सटाइल डिज़ाइन, कॉस्मैटिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्किल एजुकेशन दिलाने का काम भी करती है। इसकी बदौलत लड़कियां विभिन्न सेक्टरों में नौकरियां पाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं।