उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गोपामऊ कस्बे की छोटी बाजार में झोलाछाप के गलत इलाज से प्रसूता और नवजात की मौत हो गई। घटना के बाद झोलाछाप महिला परिवार समेत भाग निकली। पुलिस ने झोलाछाप की दुकान से नवजात का शव बरामद किया।
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हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गोपामऊ कस्बे की छोटी बाजार में झोलाछाप के गलत इलाज से प्रसूता और नवजात की मौत हो गई। घटना के बाद झोलाछाप महिला परिवार समेत भाग निकली। पुलिस ने झोलाछाप की दुकान से नवजात का शव बरामद किया।
पूरा मामला टड़ियावां थाना क्षेत्र का है जहा निहालपुरवा निवासी रिजवान की शादी चार साल पहले शहर कोतवाली क्षेत्र के कन्हईपुरवा निवासी 23 वर्षीय नूरजहां के साथ हुई थी। प्रसव पीड़ा होने पर परिजन नूरजहां को गोपामऊ के छोटी बाजार स्थित एक झोलाछाप की दुकान पर ले गए।
झोलाछाप महिला ने सामान्य प्रसव कराने का दावा करते हुए इलाज शुरू किया। गुरुवार शाम को नूरजहां ने पुत्र को जन्म दिया, लेकिन ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधाएं न मिल पाने के कारण नवजात की मौत हो गई। इसके कुछ देर बाद नूरजहां की हालत भी बिगड़ गई। परिजनों को इसका पता चला, तो हंगामा किया। वही हंगामा होते देख झोलाछाप महिला मौके से भाग गई। परिजन नूरजहां को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी देर रात पुलिस को दी गई। रात करीब 12 बजे पुलिस टीम ने झोलाछाप की दुकान पर छापा मारकर यहां से नवजात का शव बरामद किया। इसके बाद प्रसूता और नवजात के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। गोपामऊ न्यू पीएचसी के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि घटना की जानकारी नहीं है, लेकिन जिस झोलाछाप महिला पर आरोप है। उसके गलत इलाज से पहले भी कई घटनाएं हुई हैं।