बच्चे के चोरी होने के बाद से पुलिस महकमे के अफसरों की नींद उड़ी हुई थी.लगातार 24 घंटे से पुलिस टीमें सीसीटीवी कैमरे चेक करने के साथ ही चप्पे-चप्पे को खंगालने में जुटी हुई थी.शिवांग का जब अपहरण हुआ तो वह सो रहा था.
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हरिद्वार : ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के कड़च्छ मोहल्ले से आठ महीने के बच्चे के अपहरण की घटना से पुलिस ने पर्दा उठा लिया है. पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद करते हुए इस में मामले में शामिल बच्चे खरीदने वाले कपड़ा व्यापारी और उसकी पत्नी सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी ऑफिस में डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया. केएस नगन्याल ने बताया कि बच्चा चोरी की इस वारदात में शामिल महिलाओं में दो आशा वर्कर हैं, आशा कार्यकर्ता ने कपड़ा व्यापारी से ढाई लाख रुपये में सौदा तय करके बच्चा उसे सौंप दिया था. यह पैसे सभी महिलाओं में आपस में बटने थे.पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में छह महिलाए हैं. बताया जाता है कि पुलिस ने बच्चा चोरी की गुत्थी महज 24 घंटे में सुलझा ली.
शनिवार को रविंद्र निवासी कड़च्छ ज्वालापुर के आठ महीने के बेटे शिवांग अपहरण कर लिया गया था. शिवांग का जब अपहरण हुआ तो वह सो रहा था और उसकी मां राखी कपड़े सुखाने के लिए छत पर गई थी.
बच्चे की बरामदगी पर माता-पिता खुश
वहीं, बच्चे की बरामदगी पर उसके माता-पिता काफी खुश हैं. उन्होंने पुलिस को भी धन्यवाद किया है. बच्चे के पिता ने कहा है कि पुलिस अगर चौकसी नहीं दिखाती तो शायद उनका बच्चा आज उनके पास नहीं होता. पुलिस ने बच्चे को सही सलामत बरामद किया है, इसके लिए उन्हें दिल से शुक्रिया. बच्चे के पिता ने कहा कि उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था.