साल 2024 के चुनाव से पहले एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बार वजह है INDIA गठबंधन में पीएम पद की दावेदारी। जिसको लेकर महागठबंधन में ही कभी आस तो कभी खटास नज़र आ जाती है।
Updated Date
नई दिल्ली। साल 2024 के चुनाव से पहले एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बार वजह है INDIA गठबंधन में पीएम पद की दावेदारी। जिसको लेकर महागठबंधन में ही कभी आस तो कभी खटास नज़र आ जाती है।
जिसको इस बार और हवा देने का काम किया है राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने, जिन्होंने हाल ही में अपने इंटरव्यू में राहुल गांधी को पीएम पद का दावेदार बताकर इंडिया गठबंधन की नींव हिला दी है। एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी के दोनों सीएम अशोक गहलोत और भूपेश बघेल लगातार राहुल गांधी के लिए बैटिंग कर अपनी वफादारी साबित करने की पुरजोर कोशिश में लगे हैं।
तो वहीं जदयू के मंत्री श्रवण कुमार ने भी प्रधानमंत्री के चेहरे के लिए नीतीश का नाम लेकर INDIA गठबंधन की एकजुटता पर ही बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।ये बयान इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि इसी महीने के आखिर में 31 अगस्त को मुंबई में INDIA गठबंधन की बैठक होनी है और ऐसे में दोनों ही पार्टियां अपना अलग राग अलाप रही हैं। वैसे INDIA गठबंधन में अपनी ढपली अपना राग वाली बात कोई नहीं है।
क्योंकि इससे पहले भी सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने पीएम कैंडिडेट के लिए कई नाम सुझाते हुए अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी की ओर इशारों ही इशारों में अपनी पार्टी की मंशा जाहिर करते हुए कह डाला कि 140 करोड़ की आबादी वाले देश में ज्यादा से ज्यादा प्रधानमंत्री पद के दावेदार होने चाहिए।
अब देखने वाली बात ये है कि आने वाले 31 अगस्त को आखिर INDIA गठबंधन की बैठक में पीएम पद के लिए कोई सहमति बन पाती है या फिर चुनाव से पहले ही महागठबंधन में दरार आ जाती है।