रांची, 12 जून। Ranchi Violence : झारखंड की राजधानी रांची में लगभग 36 घंटे बाद रविवार सुबह इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई। रांची में पहली बार इंटरनेट सेवा को अस्थायी तौर पर रोक लगा दी गई थी।
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उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को यहां एकरा मस्जिद के पास नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर उपद्रव मचाया। पुलिस पर गोलीबारी की। इसके बाद शाम को इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई थी। हिंसा के बाद लगाई गई धारा 144 फिलहाल अभी लागू है।
रांची में पटरी पर लौटी जिंदगी, इंटरनेट सेवा बहाल
झारखंड की राजधानी रांची में दहशत के बाद रविवार सुबह जिंदगी पटरी पर लौट आई। स्थिति के नियंत्रण में आते ही सुबह चार बजे लगभग 36 घंटे के बाद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई। हालांकि धारा 144 लागू है। उपद्रवियों की पहचान की कार्रवाई की जा रही है। लोउर बाजार थाना, हिंदपीढ़ी थाना और डेली मार्केट थाना में 20 से ज्यादा लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। मेनरोड से हिंदपीढ़ी के बीच अभी भी पुलिस बल तैनात है।
सुबह लोग रोजमर्रा के कामकाज के लिए सड़कों पर दिखे। सड़क के किनारे सब्जी और मछली की दुकानें खुलीं। हालांकि प्रशासन सजग है। चौक-चौराहों पर पुलिस तैनात है। संवेदशील इलाकों में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस और प्रशासन के कदमों को स्थानीय लोगों की भी मदद मिल रही है। शहर में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है।
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वर्तमान स्थिति को देखते हुए चर्च कमेटी ने रविवारीय प्रार्थना गिरजाघरों में नहीं करने का निर्णय लिया है। श्रद्धालु घर से ही रविवारीय आराधना करेंगे। स्थानीय प्रबुद्ध लोग भी हर हाल में शांति बहाल करने के लिए प्रयासरत हैं। उल्लेखनीय है कि नुपुर शर्मा के बयान से आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोगों ने शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इस दौरान उपद्रवियों ने भी गोलीबारी की।इस गोलीबारी में कम से कम दो लोगों की मौत हुई है और एक दर्जन से अधिक घायल हुए हैं। इसके बाद शुक्रवार शाम प्रशासन ने रांची में इंटरनेट सेवा पर अस्थाई रोक लगा दी थी।
इस बीच पुलिस ने नौ प्राथमिकी दर्ज की हैं। इनमें 20 लोगों को नामजद करते हुए 10 हजार से अधिक अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। कमेटी में आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल और एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर शामिल हैं। कमेटी सप्ताह में रिपोर्ट देगी।
एटीएम से पैसे निकालने में हुई परेशानी
इंटरनेट पर रोक लगाने के बाद कई जगह एटीएम से पैसा निकालने में भी ग्राहकों को परेशानी हुई़ कोकर, लालपुर, कचहरी सहित अन्य इलाकों में लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम भटकते रहे।
पेट्रोल पंपों में बिक्री भी हुई प्रभावित
इंटरनेट सेवा बंद होने से आवश्यक सेवा भी पूरी तरह से प्रभावित हुई। इस कारण संबंधित कंपनी और इससे जुड़े कारोबारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। टैंकर से पेट्रोल-डीजल आने पर टैंकर का इ-लॉक नहीं खुला। इसके बाद संबंधित एजेंसी की हेल्पलाइन पर मदद मिली। एजेंसी ने कोड बताया, तो इ-लॉक खुला और पेट्रोल-डीजल की अनलोडिंग पेट्रोल पंपों पर हो सकी।