पटना। बिहार के अररिया के रानीगंज में गुरुवार को बेखौफ बदमाशों ने घर में घुसकर पत्रकार को गोली मार दी। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
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चार साल पहले यानि अप्रैल 2019 में विमल यादव के छोटे भाई गब्बू यादव की भी हत्या कर दी गई थी। अपने भाई की हत्या के वह मुख्य गवाह थे। परिजनों ने जेल में बंद एक अपराधी पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
परिजनों ने बताया कि अप्रैल 2019 में विमल यादव के छोटे भाई गब्बू यादव की हत्या कर दी गई थी।
उस वक्त गब्बू यादव बेलसरा पंचायत के सरपंच थे। विमल अपने भाई की हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। केस का स्पीडी ट्रायल चल रहा था। विमल की मुख्य गवाही होनी थी। अचानक उनकी हत्या कर दी गई। परिजनों का कहना था कि जिसने गब्बू यादव की हत्या करवाई, उसने ही विमल की हत्या की सुपारी दी है।
गवाही के बाद आरोपी को डर था कि उसे उम्रकैद की सजा न हो जाए इसलिए बचने के लिए उसने ऐसा किया। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकरा बुरा हाल है। अररिया एसपी का कहना है कि दो अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया है। दोनों को चिह्नित कर लिया गया है। दोनों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।