karwa chauth 202 : हिन्दू धर्म मे कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु व सुख-सौभाग्य के लिए करती हैं , इस दिन सभी महिलाए सुबह उठकर स्नान आदि कर तैयार होती है और 16 श्रृंगार करती हैं, करवाचौथ के दिन श्री गणेश, मां गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है. चंद्रमा पूजन से महिलाओं को पति की लंबी उम्र और दांपत्य जीवन में सुख का वरदान मिलता है
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देवी-देवताओं की पूजा
करवाचौथ के दिन श्री गणेश, मां गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है. चंद्रमा पूजन से महिलाओं को पति की लंबी उम्र और दांपत्य सुख का वरदान मिलता है. विधि-विधान से त्योहार मनाने से महिलाओं का सौंदर्य भी बढ़ता है. माना जाता है कि, करवाचौथ की रात सौभाग्य प्राप्ति के प्रयोग का फल निश्चित मिलता है
शुभ मुहूर्त
इस साल करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर 2022 को रखा जाएगा. इस दिन बेहद ही शुभ मुहूर्त बन रहा है और यदि इस मुहूर्त में पूजा की जाए तो व्रत का महत्व और लाभ बढ़ जाता है. इस बार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 13 अक्टूबर, गुरुवार रात 1 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगी और 14 अक्टूकर को सुबह 3 बजकर 8 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के अनुसार 14 अक्टूबर को ही करवा चौथ का व्रत किया जाएगा. पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 13 अक्टूबर की 5 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगा और 7 बजकर 9 मिनट तक रहेगा. करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय रात 8 बजकर 9 मिनट पर है
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पूजन विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर के ,साफ कपड़े पहन कर मंदिर की साफ- सफाईकर के,देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना करें,उसके बाद निर्जला व्रत का संकल्प लें इस दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है,करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की भी पूजा की जाती है,चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखा जाता है ,इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है