केरल के वायनाड में हुई भीषण तबाही के बीच राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MOES) ने दावा किया कि वायनाड में आई आपदा भूकंप की वजह से नहीं थी। क्यों कि 09 अगस्त को केरल राज्य या इसके आसपास के इलाकों में कोई भूकंप नहीं आया था। जबकि मीडिया स्रोतों ने गड़गड़ाहट की ध्वनि के साथ झटके महसूस किए जाने की खबर दी थी।
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नई दिल्ली। केरल के वायनाड में हुई भीषण तबाही के बीच राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MOES) ने दावा किया कि वायनाड में आई आपदा भूकंप की वजह से नहीं थी। क्यों कि 09 अगस्त को केरल राज्य या इसके आसपास के इलाकों में कोई भूकंप नहीं आया था। जबकि मीडिया स्रोतों ने गड़गड़ाहट की ध्वनि के साथ झटके महसूस किए जाने की खबर दी थी।
NCS और MOES ने बताया कि इसकी मुख्य वजह भूस्खलन के दौरान अस्थिर चट्टानों का आपस में टकराना हो सकता है। ऐसे में घर्षण ऊर्जा के कारण भूमिगत कंपन पैदा हुआ। जिससे भूस्खलन वाले इलाकों में प्राकृतिक घटना के तौर पर भू-कंपन के साथ गड़गड़ाहट की आवाजें पैदा हुईं। NCS और MOES ने बताया कि इस ध्वनिक भूमिगत कंपन के कारण घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान नेटवर्क द्वारा कोई भूकंप दर्ज नहीं किया गया।