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जौनपुरः हंसता-खेलता परिवार बिखरा, एक के बाद एक लगातार तीन ने लगाई फांसी, जानिए इसके पीछे भूत-प्रेत या कुछ और   

भूत-प्रेत और आत्माओं के अस्तित्व का होना किसी व्यक्ति के विश्वास पर निर्भर करता है। बहुत से लोगों का मानना है कि भूत- प्रेत जैसी कोई चीज नहीं होती, यह मात्र एक वहम है।

By Rajni 

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जौनपुर। भूत-प्रेत और आत्माओं के अस्तित्व का होना किसी व्यक्ति के विश्वास पर निर्भर करता है। बहुत से लोगों का मानना है कि भूत- प्रेत जैसी कोई चीज नहीं होती, यह मात्र एक वहम है। तो वहीं कई लोग आज भी भूत-प्रेत पर विश्वास करते हैं।

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आज हम आपको जौनपुर की एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप खुद यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या वाकई भूत-प्रेत या आत्माएं होती हैं ? जौनपुर में भूत के खौफ के साये के बीच एक परिवार रह रहा है। एक माह के अंदर इस परिवार के तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी। जबकि दो लोगों को बचा लिया गया।

लगातार हो रही मौत से घर के लोग सदमे में

मामला यूपी के जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सुरिस गांव का है। परिवार में कोहराम मचा है। लोगों में दहशत है। एक परिवार में भूत होने का खौफ इस कदर समा गया है कि एक के बाद एक तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी। जबकि दो को फांसी लगाते समय मौके पर पहुंचकर लोगों ने बचा लिया। लगातार हो रही मौत से जहां घर के लोग सदमे में हैं, वहीं गांव में भूत-प्रेत की चर्चाएं चल रहीं हैं।

सुरिस गांव में रामनाथ व तीर्थ बिंद सहित सात भाइयों का परिवार रहता है। सातों भाइयों को मिलाकर 24 सदस्य हैं। यह परिवार हंसता-खेलता जीवन में आगे बढ़ रहा था। इन सबके बीच रामनाथ के पुत्र मनोज ने गत 25 जून को फांसी लगाकर जान दे दी।

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परिवार के लोग उक्त घटना से दुखी थे। इस बीच घटना के 13 दिन बाद नौ जुलाई को मृतक मनोज की भतीजी सुमन ने भी फांसी लगा ली। अब तो घरवालों पर दुख का पहाड़ ही टूट पड़ा। इसके बाद परिवार में हो रही मौतों को लेकर गांव में चर्चाएं तेज हो गई।

अभी लोग घटना के पीछे की वजह और दोनों मौत को लेकर चर्चा कर ही रहे थे कि बीते 18 जुलाई को भी परिवार के तीरथ बिंद की 14 वर्षीया पुत्री खुशी ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। अभी मृतका का शव पोस्टमार्टम हाउस में था। इस बीच देर रात घर पर परिवार की ही शीला पत्नी राकेश ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की।

शीला ने घर में किसी की साया और आहट की बात कही 

यह तो संयोग अच्छा था कि घर वालों ने उसे ऐसा करते देख लिया और उसे बचा लिया गया। शीला का कहना था कि घर में उसे किसी की साया और आहट दिखाई देती है, जो उसे फांसी लगाने के लिए प्रेरित करता है और खुद अपने को रोक नहीं पाती है।

घर के लोगों का कहना है कि तांत्रिक के पास जाने पर भूत-प्रेत की बाधा होने की बात बताई गई। इस घटना को भूत-प्रेत से जोड़ा जा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मामले में जुट गई है ।

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जबकि चिकित्सा अधीक्षक रफीक फारुकी ने भूत-प्रेत की बात को खारिज करते हुए कहा कि यह एक बीमारी है, जिसके कारण लोग आत्महत्या कर रहे हैं। समय रहते लोग इलाज करा लेंगे तो उन्हें बचाया जा सकता है।

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