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आज हैं माघ पूर्णिमा, जानें धन समृद्धि दायक शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, 27 नक्षत्रों में एक 'मघा' से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति हुई है. इस दिन संगम या फिर गंगा स्नान के बाद दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है.

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

Magh Purnima 2023 : आज यानि 5 फरवरी को माघ पूर्णिमा है. यह पूरे माघ महीने के स्नान,दान,पुण्य,जप एवं तप का आखिरी दिन है. वे हज़ारों-लाखों लोग जो प्रयागराज में गंगा के तट पर कल्पवासी होते हैं. यह उनके कल्पवास की पूर्णता का दिन है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन चन्द्रदेव अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होकर पृथ्वी पर अमृत की वर्षा करते हैं. इस दिन वाग्देवी यानि सरस्वती के स्वरुप ललिता महाविद्या की जयंती भी है. इसी दिन महान संत गुरु रविदास का जन्म हुआ था. उन्होंने ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ कहते हुए मन की शुद्धता पर जोर दिया है. होली से एक महीने पूर्व इस पूर्णिमा पर ही होली का डांडा लगाया जाता है इसलिए इसे होलिका डांडा रोपणी पूर्णिमा भी कहा जाता है.

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माघ पूर्णिमा 2023 पूजा मुहूर्त

इस बार माघ पूर्णिमा का स्नान और दान आज 5 फरवरी 2023, दिन रविवार को है.
माघ पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ: फरवरी 04, 2023 को रात 09:2 बजे
माघ पूर्णिमा तिथि समाप्त: फरवरी 05, 2023 को रात 11:58 बजे
माघ पूर्णिमा 2023 सूर्योदय: सुबह 07:07 बजे
माघ पूर्णिमा 2023 सूर्यास्त: शाम 06:03 बजे

माघ पूर्णिमा का महत्व

माघ मास की पूर्णिमा में किए गए दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इस दिन वस्त्र, तिल, खाना, गुड़, धन, कंबल गौ आदि का दान करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और ईश्वर की कृपा बनी रहती है. साथ ही इस तिथि पर पितरों को तर्पण कर श्राद्ध भी किया जाता है.अगर पवित्र नदियों में जाना संभव नहीं है तो घर में ही मां गंगा का ध्यान करते हुए जल में गंगाजल डालकर स्नान कर सकते हैं.

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माघ पूर्णिमा पूजन विधि

1.माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करना चाहिए.
2.गंगा स्नान संभव न हो तो पानी में गंगा जल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं.
3.स्नान के बाद “ऊं नमो नारायण:” मंत्र का जाप करें.
4.फिर सूर्य देव को अर्घ्य दें और सूर्य भगवान की उपासना करें.
5.इसके बाद पूजा शुरू करें और भोग में चरणामृत, पान, तिल, मौली, रोली, फल, फूल, कुमकुम, पंचगव्य, सुपारी, दूर्वा आदि चीजें अर्पित करें.

माघ पूर्णिमा के दिन इन चीजों का करें दान

पद्म पुराण के अनुसार, माघ पूर्णिमा वाले दिन गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान के बाद ध्यान और दान से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. इस दिन दान करने का बड़ा महत्व है. पूजा में माता लक्ष्मी को खीर का भोग अवश्य लगाएं. इसके बाद दोपहर के समय दान अवश्य करें. इस दिन गोदान, तिल, गुड़ और कंबल दान करना अच्छा माना गया है. इसके अलावा वस्त्र, गुड़, घी, कपास, लड्डू, फल, अन्न आदि चीजों का दान भी किया जा सकता है.

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