दिल्ली विश्वविद्यालय में सभी कार्यक्रमों के लिए नया शैक्षणिक सत्र बुधवार से शुरू हुआ। महामारी के कारण पिछले तीन वर्षों से बाधित रहने के बाद विश्वविद्यालय का शैक्षणिक कैलेंडर फिर से पटरी पर आ गया।
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नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में सभी कार्यक्रमों के लिए नया शैक्षणिक सत्र बुधवार से शुरू हुआ। महामारी के कारण पिछले तीन वर्षों से बाधित रहने के बाद विश्वविद्यालय का शैक्षणिक कैलेंडर फिर से पटरी पर आ गया।
विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों ने नए छात्रों के लिए परिसरों के चारों ओर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं।भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने भी नए छात्रों की मदद के लिए बूथ स्थापित किए हैं। महामारी ने अकादमिक कैलेंडर को अस्त-व्यस्त कर दिया था। इसके चलते कॉलेजों में केवल कुछ दिनों का अवकाश था या कोई अवकाश नहीं था।
इससे सेमेस्टर की यूनिफॉर्मिटी पर भी असर पड़ा क्योंकि क्लासेज अलग-अलग समय पर शुरू हो रही थीं। दौलत राम कॉलेज में राजनीति विज्ञान ऑनर्स चुनने वाली नवसिखुआ संजना कुमारी ने नॉर्थ कैंपस कॉलेज में एडमिशन मिलने के बाद उत्साह व्यक्त किया। “नॉर्थ कैंपस में दाखिला लेना मेरा सपना था।
साथ ही मुझे कॉलेज से बहुत उम्मीदें हैं क्योंकि मैंने इसके बारे में अच्छे रिव्यु पढ़े हैं। इस साल का CUET पेपर पिछले साल की तुलना में कठिन था लेकिन मुझे खुशी है कि मैं इसमें सफल हो सकी। मेरे सपनों का कॉलेज मुझे मिला।
संजना ने कहा। इस वर्ष विश्वविद्यालय में नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इनमें तीन बीटेक कार्यक्रम और पांच वर्षीय एलएलबी शामिल हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय या डीयू ने भी अपने छात्रों को तीन साल या चार साल के कार्यक्रम चुनने का विकल्प दिया है।
छात्र अकादमिक सेशन 2022-23 से लागू अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम रूपरेखा 2022 पर आधारित संशोधित पाठ्यक्रम का अध्ययन करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय 2020 के बाद अपना पहला छात्रसंघ चुनाव भी आयोजित करेगा। चुनाव सितंबर या अक्टूबर में आयोजित होने की संभावना है।