विनय मोहन क्वात्रा 30 अप्रैल को हर्षवर्धन श्रृंगला के सेवानेवृत्त होने के बाद पदभार संभालेंगे।
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नई दिल्ली, 04 अप्रैल। नेपाल में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा अगले विदेश सचिव होंगे। विनय मोहन क्वात्रा 30 अप्रैल को हर्षवर्धन श्रृंगला के सेवानेवृत्त होने के बाद पदभार संभालेंगे। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति मामलों की समिति ने विदेश सचिव के तौर पर उनके नाम को मंजूरी दी है।
विनय मोहन क्वात्रा को 32 सालों का अनुभव
विनय मोहन क्वात्रा 1984 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं। उन्हें कई तरह के कार्यों में करीब 32 सालों का अनुभव है। नेपाल में राजदूत रहने के पहले वो अगस्त 2017 से फरवरी 2020 तक फ्रांस में भारत के राजदूत रहे। अक्टूबर 2015 से अगस्त 2017 तक प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में काम कर चुके हैं। जुलाई 2013 और अक्टूबर 2015 के बीच क्वात्रा ने विदेश मंत्रालय के नीति नियोजन और अनुसंधान प्रभाग का नेतृत्व किया और बाद में विदेश मंत्रालय में अमेरिका डिवीजन के प्रमुख के रूप में काम किया। इस दौरान उन्होंने अमेरिका और कनाडा के साथ भारत के संबंधों को देखा।
साल 1988 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल होने के बाद उन्होंने 1993 तक जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन में तीसरे सचिव और फिर दूसरे सचिव के रूप में कार्य किया। वहां उन्होंने फ्रेंच भाषा सीखने के अलावा संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों से संबंधित काम संभाला। इस दौरान उन्होंने जिनेवा में ग्रेजुएट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में डिप्लोमा भी हासिल की। क्वात्रा ने 1993 और 2003 के बीच संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने वाले मुख्यालय में डेस्क अधिकारी के रूप में काम किया। बाद में दक्षिण अफ्रीका और उज्बेकिस्तान में राजनयिक मिशनों में रहे। 2003 और 2006 के बीच उन्होंने बीजिंग (चीन) में काउंसलर के रूप में और बाद में भारतीय दूतावास के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया। जिसके बाद 2006 से 2010 तक उन्होंने नेपाल में सार्क सचिवालय में व्यापार, अर्थव्यवस्था और वित्त ब्यूरो के प्रमुख के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। मई 2010 से जुलाई 2013 तक उन्होंने वाशिंगटन में भारत के दूतावास में मंत्री (वाणिज्य) के रूप में काम किया।