आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए भारत में 'No money for terror' अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस कांफ्रेंस में 72 देश शामिल होंगे.
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राष्ट्रीय राजधानी में आज से दो दिवसीय ‘नो मनी फॉर टेरर’ कॉन्फ्रेंस शुरू होने जा रही है. इस कॉन्फ्रेंस में 78 देशों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है. कॉन्फ्रेंस में आतंकी फंडिंग के नए तरीकों समेत विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी. यह इस मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का तीसरा संस्करण है.इस सम्मेलन में चीन ने अभी तक आने की सूचना नहीं दी है जबकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने इसमें भाग लेने से इन्कार कर दिया है.
भारत में 18 और 19 नवंबर को यह इंटरनेशनल कार्यक्रम होगा जिसका आयोजन एनआईए करेगी.डीजी एनआईए दिनकर गुप्ता का कहना है कि काउंटर टेरर फाइनेंसिंग पर यह कांफ्रेंस है. पहली कांफ्रेंस फ्रांस में हुई थी. दूसरा एडिशन 3 साल पहले ऑस्ट्रेलिया में हुआ था. उसके बाद कोविड की वजह से कांफ्रेस नहीं हो सकी. आतंकियों की फडिंग को रोकने के लिए ऐसी कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है और भारत इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
पीएम मोदी करेंगे उद्दघाटन
महानिदेशक ने आगे कहा “भारत को तीसरे सम्मेलन की मेजबानी की पेशकश की गई थी, लेकिन यह कोविड-19 के कारण 2020 और 2021 में नहीं हो सका.” “आतंकवाद के वित्तपोषण और गतिविधियों को रोकने के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण तरीका है”, बहुपक्षीय संगठनों के साथ कुल 70 से अधिक देश इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम का समापन करेंगे और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के दृढ़ संकल्प के साथ-साथ इसके खिलाफ सफलता हासिल करने के लिए समर्थन प्रणालियों से अवगत कराएंगे.