1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. अयोध्या: विधि-विधान से गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा विराजित, 22 जनवरी के बाद ही हो सकेंगे दर्शन

अयोध्या: विधि-विधान से गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा विराजित, 22 जनवरी के बाद ही हो सकेंगे दर्शन

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी उत्साह है। पूरा वातावरण राममय हो गया है। पूरे विधि-विधान से गुरुवार को राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की नई प्रतिमा विराजित कर दी गई। इसे अभी दर्शन के लिए खोला नहीं जाएगा। 22 जनवरी को प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद ही दिव्य और विराट मूर्ति के दर्शन हो सकेंगे।

By Rakesh 

Updated Date

 अयोध्या। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर काफी उत्साह है। पूरा वातावरण राममय हो गया है। पूरे विधि-विधान से गुरुवार को राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की नई प्रतिमा विराजित कर दी गई। इसे अभी दर्शन के लिए खोला नहीं जाएगा। 22 जनवरी को प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद ही दिव्य और विराट मूर्ति के दर्शन हो सकेंगे।

पढ़ें :- झमाझम बारिश ने तोड़ा चार साल का रिकॉर्ड... स्कूल बंद, सड़कें बनीं तालाब, ऑरेंज अलर्ट जारी

कल देर शाम प्रतिमा मंदिर परिसर लाई गई थी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का विधिवत कर्मकांड गुरुवार को गणेश पूजन के साथ शुरू हो गया है। शुभ मुहूर्त में दोपहर 1:20 बजे गणेश पूजन के साथ प्राण प्रतिष्ठा के पूजन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं बुधवार को रामजन्मभूमि परिसर पहुंचे रामलला को अपने आसन पर विराजमान कर दिया गया है।

गर्भगृह में कमल की आकृति वाले संगमरमर के सिंहासन पर रामलला की अचल मूर्ति को वैदिक आचार्यों ने विधिविधान पूर्वक विराजित कर दिया है। पूजन के क्रम में सबसे पहले गणेश अंबिका पूजन फिर वरुणपूजन, चतुर्वेदोक्त पुण्याहवाचन, मातृकापूजन, वसोर्धारापूजन (सप्त घृत मातृका पूजन) हुआ। रामलला की अचल मूर्ति का जलाधि वास, गंधाधिवास कराया गया है। शाम को पहली बार अचल मूर्ति की आरती भी वैदिक आचार्यों ने उतारी है। मुख्य यजमान डॉ़. अनिल मिश्र ने पहले दिन की पूजन प्रक्रिया संपन्न कराई।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook, YouTube और Twitter पर फॉलो करे...
Booking.com
Booking.com