संगम की रेती पर लगने वाले महाकुंभ-2025 को लेकर जहां योगी सरकार तैयारी में जुटी है। तो वहीं महाकुंभ की शोभा कहे जाने वाले साधु-संतों का भी प्रयागराज की धरती पर आगमन शुरू हो गया है। गुरुवार को श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े के पंच परमेश्वर और साधु संतों का नगर प्रवेश हुआ है।
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प्रयागराज। संगम की रेती पर लगने वाले महाकुंभ-2025 को लेकर जहां योगी सरकार तैयारी में जुटी है। तो वहीं महाकुंभ की शोभा कहे जाने वाले साधु-संतों का भी प्रयागराज की धरती पर आगमन शुरू हो गया है। गुरुवार को श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े के पंच परमेश्वर और साधु संतों का नगर प्रवेश हुआ है।
श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े के पंच परमेश्वरों के नगर आगमन का लोगों ने भव्य तरीके से स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों और फूलों की बारिश करके भक्तों ने संतों का संगम की धरा पर स्वागत किया। इस दौरान श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े के पंच परमेश्वर और साधु संतों ने प्रयागराज के प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन किया और इसके बाद अखाड़े के कीडगंज स्थित मुख्यालय में प्रवेश किया। जहां पर साधु संतों की बैठक भी हुई।
बैठक के दौरान महाकुंभ 2025 में अखाड़ा की भूमिका क्या होगी और पंच परमेश्वर से लेकर साधु संतों को मिलने वाली व्यवस्थाओं सुविधाओं को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े के महंत दुर्गा दास जी महराज ने बताया कि परंपरागत तरीके से महाकुंभ की तैयारी के लिए अखाड़े के साधु संतों और पंच परमेश्वरों का आगमन हुआ है।आज से ही श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा महाकुंभ की अपनी तैयारी में जुटेगा।
गौरतलब है कि महाकुंभ 2025 की शुरुआत 14 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान पर्व के साथ शुरू होगी। जो महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर खत्म होगा। इस दौरान तीन प्रमुख शाही स्नान होंगे। जिसमें सभी 13 अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और साधु संत शाही स्नान में शामिल होंगे। बाकी अन्य स्नान पर्व स्थाई स्तर पर लोग शामिल होंगे। इस दौरान एक महीने तक चलने वाला कल्पवास भी संगम की धरा पर चलेगा।