शोमैन सुभाष घई ने दिवंगत नितिन देसाई को याद करते हुए कहा कि क्रिएटिव इंसान को कभी दूसरों यानि की इंवेस्टर्स के झांसे में नहीं आना चाहिए।उन्होनें कहा कि क्रिएटिव व्यक्ति यह बोझ झेलने में कई बार नाकाम हो जाता है।
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मुंबई। शोमैन सुभाष घई ने दिवंगत नितिन देसाई को याद करते हुए कहा कि क्रिएटिव इंसान को कभी दूसरों यानि की इंवेस्टर्स के झांसे में नहीं आना चाहिए।उन्होनें कहा कि क्रिएटिव व्यक्ति यह बोझ झेलने में कई बार नाकाम हो जाता है।
ऐसा ही नितिन के साथ हुआ,वो इंडस्ट्री के बेहतरीन कलाकार थे।लेकिन प्रेशर झेल नहीं पाएं।सुभाष घई ने यह भी बताया कि हम साथ मिलकर ‘दूरदर्शन’ के लिए ‘स्वराज’ नामक प्रोग्राम बनाने वाले थे, जिसमें 75 स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी पर्दे पर उतारने वाले थें।उस शो के लेकर बहुत दिनों तक बड़ी चर्चा भी हुई थी।
तीन-चार महीने शो पर शो के कांसेप्ट को लेकर मिलकर काम भी किया था। लेकिन ‘दूरदर्शन’ ने उस कान्ट्रेट लिए दूसरे को चुना और वो शों हम मिलकर नहीं कर पाए।नितिन का वो सपना अधूरा ही रह गया। बातचीत के दौरान सुभाष घई ने कहा- नितिन देसाई हमारे भारत के बहुत निपुण कलाकार रहे हैं।व हमारे बहुत अच्छे मित्र थे।
उनका इस तरह से जाना बेहद दुखद है।अपने पुराने शो के याद करते हुए सुभाष ने बताया कि हमने 1992 में ‘सिनेमा सिनेमा हंड्रेड’ करके बहुत बड़ा स्टेज शो किया था, जिसके लिए नितिन जी ने 150 फुट का थ्री-डी स्टेज बनाया था।
उन्होने कहा कि नितिन बहुत उम्दा और गुणी इंसान थे।उन्होने बताया कि क्रिएटिव आदमी को अक्सर पैसे वाले लालच देते हैं कि तुम कुछ बड़ा कर सकते हो,लेकिन जब काम पूरा या सक्सेज नहीं होता तो पैसा वापस नहीं मिलता।ऐसी सिचुऐशन में लोग प्रेशर भी बनाते है और ऐसे में क्रिएटिव आदमी को अपनी जीत में भी हार नजर आती है। कि इंवेस्टर्स का पैसा चुका पा रहे है।यही दबाव इस तरह की घटनाओं की वजह होती हैं।
सुभाष घई का धारावाहिक ‘जानकी’ आने वाले 15 अगस्त से दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला है। जिसके टाइटल सॉन्ग सहित चार-पांच गाने भी खुद शोमैन सुभाष घई ने लिखे हैं।शो के प्रमोशन के दौरान सुभाष घई ने एक दैनिक अखबार से बात करते हुए अपने करीबी नितिन देसाई को याद किया।