नेता को प्राइवेट जेट से आसमान में हवा भरने का शौक है । वो कभी मंच से पहलवान को थप्पड़ जड़ता है तो कभी मायावती से टक्कर लेता है
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नई दिल्ली। नेता को प्राइवेट जेट से आसमान में हवा भरने का शौक है । वो कभी मंच से पहलवान को थप्पड़ जड़ता है तो कभी मायावती से टक्कर लेता है तो कभी अपने बयानों से राजनीति में तूफान ले आता है । राम मंदिर आंदोलन से राजनीति में जन्मे बृजभूषण के वो किस्से जो शायद ही आपने सूनें होंगे।
वो शख्स जिसके पास दौलत है । सत्ता की ताकत और रुतबा भी है और विवादों की लंबी फेहरिस्त भी है। हम बातकर रहे हैं बृजभूषण शरण सिंह की। वह गोंडा जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं । बृजभूषण के विवादों के दास्तान सुनेंगे तो आप भी दंग रहे जाएंगे ।
50 से ज्यादा स्कूल-कॉलेज, पास हैं प्राइवेट जेट और महंगी गाड़ियां
सब जानते हैं कि बृजभूषण शरण सिंह अकूत संपत्ति के मालिक हैं। उनके 54 से अधिक महाविद्यालय, विद्यालय और नर्सिंग कॉलेज चलते हैं । इन संस्थानों में अधिकतर प्रबंधक और संचालक या तो वह खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य है। इतना ही नहीं कई आलीशान होटलों के मालिक भी बताएं जाते हैं। नेता जी के पास अपना प्राइवेट जेट भी है। साथ ही महंगी गाड़ियों के भी शौकीन हैं।
पत्नी के नाम भी एक राइफल और एक रिपीटर है
बृजभूषण सिंह 2011 से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। कॉलेज के दिनों से ही बृजभूषण छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे। सत्तर के दशक में केएस साकेत महाविद्यालय, अयोध्या में महामंत्री बनें। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी के साथ-साथ जो 40 नेता आरोपी बनाए गएं, उनमें बृजभूषण शरण सिंह का नाम भी शामिल था। उनकी पत्नी के नाम भी एक राइफल और एक रिपीटर है।
हालांकि, स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने 30 सितंबर 2020 को बाबरी विध्वंस के सभी आरोपियों को बरी कर दिया था। भाजपा ने जब 1991 में बृजभूषण शरण सिंह को लोकसभा का टिकट दिया, तब इनके खिलाफ 34 आपराधिक मामले दर्ज थे।
अंडरवर्ल्ड के साथ भी जुड़ाव के लग चुके हैं आरोप
बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था, जब उन पर अंडरवर्ल्ड के साथ जुड़ाव के आरोप लगे। साल 1996 वो साल था जब बृजभूषण टाडा के तहत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, तब उनकी पत्नी केतकी सिंह ने गोंडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के आनंद सिंह को 80,000 वोटों से हराया। बाद में CBI ने इन सभी आरोपों से बृजभूषण को बरी कर दिया।
भाजपा ने गोंडा से 2004 के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण का टिकट काटकर घनश्याम शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया था। 26 अप्रैल 2004 को वोटिंग वाले दिन घनश्याम शुक्ला का रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया।
बृजभूषण शरण सिंह BJP छोड़कर सपा में शामिल हो गए। साल 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने कैसरगंज सीट से सपा के टिकट पर लड़ा और जीत दर्ज की। फिर 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उनकी BJP में घर वापसी हो गई और तब से वह कैसरगंज से BJP के सांसद हैं।