Study Room Vastu Tips : वास्तु के अनुसार कुछ उपाय ऐसे होते हैं, जिनको अपनाने से आपका बच्चा हर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। ये उपाय आजमाकर कई लोगों के जीवन में सुधार आया है, तो आप भी आज ही अपनाएं ये उपाय।
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नई दिल्ली, विकास आर्य। Study Room Vastu Tips: अभिभावक हमेशा से ही अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंता में रहते हैं। मां-बाप की हमेशा कोशिश रहती है कि उनका बच्चा अच्छी तरह से पढ़ाई करें और क्लास में अव्वल रहें। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उसे जीवन में सफल बनाना हर माता-पिता का सपना होता है। लेकिन कई माता-पिता की अक्सर यह शिकायत रहती है कि उनका बच्चे का पढ़ाई में एकाग्र नहीं हो पाता है। साथ ही जैसे ही उसको पढ़ाई के लिए बोलो वह अनेक तरह के बहाने बनाना शुरु कर देता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक स्टडी रूम में वास्तु दोष होने की वजह से भी बच्चे कई बार पढ़ाई से जी चुराने लगते हैं। अगर आप वास्तु के इन दोषों को दूर कर दें तो आपके बच्चे का मन पढ़ाई में लगने लगेगा और वह भी हर परीक्षा में सफल होने लगेगा। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के मुताबिक बच्चों का पढ़ाई का कमरा कैसा होना चाहिए।
– वास्तु के मुताबिक घर में बच्चों का स्टडी रूम या पढ़ाई की जगह दक्षिण-पश्चिम में होनी चाहिए। इसके अलावा पढ़ाई की जगह पूर्व उत्तर दिशा में होने से बुध, सूर्य और गुरू ग्रह की विशेष कृपा होती है।
– स्टडी रूम में या जिस टेबल पर बच्चे पढ़ाई करते हैं उसका आकार आयताकार या वर्गाकार का होगा चाहिए। इसका प्रभाव बच्चों की एकाग्रता पर पड़ता है।
– ध्यान दें कि बच्चों को घर के बीम या ऐसी जगह जहां पर छत मिलती हो वहां नहीं पढ़ना चाहिए। इससे बच्चों को मानसिक तनाव होता है और उनकी एकाग्र क्षमता भी खराब होती है।
– जहां पर बच्चे पढ़ाई करते हैं वहां पर सुबह सूरज की किरणें आनी चाहिए। साथ ही बच्चों के स्टडी रूम के खिड़की दरवाजों को सुबह खोलकर रखना चाहिए, इससे पॉजिटिव एनर्जी आती है और बच्चों का मन पढ़ाई में लगता है।
– घर में बच्चों का कमरा पश्चिम दिशा या किसी भी दिशा की ओर हो, लेकिन आपको अपने बच्चे को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पढ़ने के लिए कहना चाहिए। इससे बच्चा तेजी से चीजें याद कर पाएगा, जिससे उसके सफल होने की संभावना बढ़ जाएगी।
– जिन बच्चों को पढ़ाई में परेशानी होती है उनको हमेशा दक्षिण या पश्चिम की ओर सिर करके ही सोना चाहिए। वास्तु के अनुसार दक्षिण की ओर सिर करके सोने से बच्चों का स्वास्थ्य ठीक रहता है। वहीं पश्चिम की ओर सिर करके सोने से बच्चे का मन पढ़ाई में लगने लगता है।
– शिक्षा का सीधा संबंध विद्या की देवी मां सरस्वती से होता है। बच्चों के स्टडी रूम या टेबल के पास मां सरस्वती का चित्र लगाएं, और बच्चा जब भी पढ़ने के लिए बैठे उससे कहें कि वह मां सरस्वती के आगे हाथ जोड़कर उनसे बुद्धि और बल के लिए प्रार्थना करें।