काशी में सावन के दूसरे सोमवार को आज बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में हजारों दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रात से ही दर्शन के लिए कतारों में लगी रही।
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वाराणसी। काशी में सावन के दूसरे सोमवार को आज बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में हजारों दर्शनार्थियों की भारी भीड़ रात से ही दर्शन के लिए कतारों में लगी रही।
रात से ही लगी रही भक्तों की लंबी कतार
इस मौके पर भोलेनाथ का अलौकिक श्रृंगार किया गया है। श्रद्धालु गर्भगृह के चौखट से दर्शन कर रहे हैं। हर-हर महादेव के जयकारों से काशी गूंज रही है। मंदिर प्रशासन ने आज करीब 3 लाख शिवभक्तों के जलाभिषेक का अनुमान लगाया है। पूरी काशी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भजन की धूम है। रात से ही भक्तों की लंबी कतार लगी रही।
वाहनों का प्रवेश कर दिया गया है प्रतिबंधित
भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रांगण से चारों ओर 1 किमी के दायरे को “नो व्हीकल जोन” बनाया गया है। वाराणसी में कई जगहों पर ट्रैफिक रूट को डाइवर्ट किया गया है। वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। दिव्यांग जनों, बुजुर्गों और छोटे बच्चों के लिए व्हीलचेयर या ई – रिक्शा की सुविधा दी गई है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए 5 जोन और 12 सेक्टर बनाए गए हैं। ATS यानि कि आतंकवाद निरोधक दस्ते के तकरीबन 28 कमांडो को सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली है। कुल 200 से अधिक CCTV कैमरों से मंदिर प्रांगण के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस के अलावा मौके पर अतरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है।
प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी जोन के 85 इंस्पेक्टर, 700 पुलिस कांस्टेबल/ हेड कांस्टेबल के साथ 6 डिप्टी एसपी मुस्तैद हैं । PAC, जल पुलिस और NDRF की 2 कंपनियां शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं ।
आगजनी और संदिग्ध ज्वलनशील वस्तुओं पर नज़र रखने के लिए फायर ब्रिगेड, डॉग स्क्वाड और बम निरोधक दस्ते की टीम भी मौजूद है। स्थानीय मूवमेंट की निगरानी LIU की टीम कर रही है। शिव भक्तों की सहूलियत के लिए चाक-चौबंद है व्यवस्था।
श्रद्धालु इन बातों का रखें ध्यान
1.जो दर्शनार्थी गोदौलिया चौराहे की ओर से आएंगे। वह बांसफाटक से कोतवालपुरा होते हुए ढूंढीराज गणेश चेकिंग पॉइंट से प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद नंदू फारिया निकास द्वार से निकलेंगे।
2.जो दर्शनार्थी दशाश्वमेध घाट की ओर से आएंगे। वे सरस्वती फाटक से प्रवेश कर वाईएसके-2 चेकिंग पॉइंट से होकर दर्शन के बाद सरस्वती फाटक से ही निकलेंगे।
3.जो दर्शनार्थी नंदू फारिया प्रवेश द्वार की ओर से प्रवेश करेंगे। वे वाईएसके-1 चेकिंग पॉइंट से होते हुए दर्शन के बाद नंदू फारिया निकास द्वार से निकलेंगे।
4.जो दर्शनार्थी ललिता घाट की ओर से आएंगे। वे भैरव गेट, लाइब्रेरी रैंप चेकिंग पॉइंट से प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद चौक पूर्वी निकास द्वार से ललिता घाट की तरफ निकलेंगे।
5.जो दर्शनार्थी मैदागिन चौराहा की ओर से आएंगे, वे गेट नंबर-चार के पास बने चेकिंग पॉइंट से प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद नंदू फारिया निकास द्वार से निकलेंगे।