Udaipur-Ahmedabad Rail Track Blast : उदयपुर-अहमदाबाद रेल ट्रैक ब्लास्ट केस में नए-नए खुलासे हो रहे है,सुत्रों के मुताबिक,जांच में यह बात सामने आई है कि रेल ट्रैक ब्लास्ट में डेढ़ किलो विस्फोटक (इमल्शन)का इस्तेमाल किया गया था,और इस ब्लास्ट के लिए लोकल क्रिमिनल कि मदद ली गई थी,इस ब्लास्ट किट को बैटरी द्वारा संचालित किया गया था,अभी तक जांच एजेंसियों को ब्लास्ट किट में कोई इलेक्ट्रिक मेथड नहीं मिला है.
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Rajasthan news:उदयपुर-अहमदाबाद रेल ट्रैक ब्लास्ट केस में नए-नए खुलासे हो रहे है,सुत्रों के मुताबिक,जांच में यह बात सामने आई है कि रेल ट्रैक ब्लास्ट में डेढ़ किलो विस्फोटक (इमल्शन)का इस्तेमाल किया गया था,और इस ब्लास्ट के लिए लोकल क्रिमिनल कि मदद ली गई थी,इस ब्लास्ट किट को बैटरी द्वारा संचालित किया गया था,अभी तक जांच एजेंसियों को ब्लास्ट किट में कोई इलेक्ट्रिक मेथड नहीं मिला है.
सूत्रों के मुताबिक, प्राथमिक जांच में यह भी बात सामने आई है कि इस ब्लास्ट किट को तैयार करने में लोकल क्रिमिनल की मदद ली गई थी. जिस तरीके के सबूत हैं और यह ब्लास्ट किट तैयार की गई है, उससे इस बात की पूरी संभावना है कि इस किट को कैसे तैयार करना था, उसके निर्देश लोकल लोगों को बराबर किसी एक्सपर्ट हैंडलर से बराबर मिल रहे थे. सूत्रों का यह भी कहना है कि यह हैंडलर बाहरी मुल्कों के भी हो सकते हैं.
शुरुआती जांच केंद्रीय एजेंसियों के इस बात की ओर भी इशारा कर रही हैं कि धमाके का मकसद रेलवे ट्रैक को ही नुकसान पहुंचाना था, जिससे ट्रेन आवाजाही में गतिरोध पैदा हो या फिर ट्रैक टूटने की वजह से ट्रेन ऐक्सीडेंट हो. ब्लास्ट किट फिट करने में स्थानीय लोगों की मदद ली गई थी.