बीजेपी मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया है कि अनुशासनहीनता के कारण हरक सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
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देहरादून, 17 जनवरी। बीजेपी ने उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। साथ ही उन्हें मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया गया है। उन पर ये कार्रवाई पार्टी विरोधी बयानों को लेकर की गई है। बीजेपी मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के हवाले से बताया है कि अनुशासनहीनता के कारण हरक सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
हरक सिंह रावत ने मांगे थे पार्टी से 2 टिकट
बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत ने पार्टी से 2 टिकट मांगे थे, लेकिन पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद पार्टी विरोधी बयानों को लेकर हरक सिंह रावत चर्चा में आ गए थे। दरअसल हरक सिंह लैंसडाउन से अपनी पुत्र वधू अनुकृति गुसाईं के लिए टिकट की पैरवी कर रहे थे। मगर लैंसडाउन से विधायक दिलीप रावत इसके विरोध में थे, जिसपर पार्टी ने भी हरक सिंह की मांग को मानने से इनकार कर दिया था। वहीं हरक सिंह रावत के रविवार की शाम दिल्ली जाने और कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा थी। उनके साथ कई विधायकों का भी दिल्ली में होना बताया जा रहा है, जो कांग्रेस से बीजेपी में आए थे।
2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे हरक सिंह
गौरतलब है कि इससे पहले भी हरक सिंह रावत कई मौकों पर पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर दिखा चुके हैं। वो 2016 में कांग्रेस को छोड़कर ही बीजेपी में आये थे। पार्टी में शामिल होने के बाद भी कई बार हरक सिंह के नेतृत्व से तकरार देखने को मिल चुकी थी।