राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण के तहत अब तक 170.21 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं।
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नई दिल्ली, 08 फ़रवरी। देश भर के कई राज्यों में स्कूल खुलने के साथ ही 15 साल से कम उम्र के बच्चों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि केन्द्र सरकार विशेषज्ञ समूह के सुझावों के आधार पर इस समूह के बच्चों का टीकाकरण करने का फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ समूह नियमित रूप से बैठक करता है और सुझाव देता है, जिसके आधार पर सरकार कार्रवाई करती है।
वैक्सीन को लेकर विशेषज्ञ समूह का गठन
मंगलवार को राज्यसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि सरकार ने सुझाव देने के लिए एक विशेषज्ञ समूह का गठन किया है कि किस आयु वर्ग को पहले कोरोना वैक्सीन दी जाए और उसके मुताबिक 15 से18 साल की उम्र के लिए टीकाकरण चल रहा है।
5 करोड़ से अधिक 15-18 के युवाओं को लगी वैक्सीन की पहली डोज
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में 15-18 वर्ष के आयु वर्ग में अब तक लगभग 67 प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है। कोरोना वैक्सीन की प्रभावशीलता पर बीजेपी सदस्य टीजी वेंकटेश के एक अन्य प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण से मृत्यु दर और अस्पताल में भर्ती होने की दर में कमी देखी गई है। भारत में 97.5 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक और 77 प्रतिशत लोगों ने दूसरी खुराक ले ली है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि भारत टीकाकरण की वजह से कोरोना महामारी की तीसरी लहर से निपटने में सक्षम हुआ है। ICMR के एक अध्ययन के मुताबिक जिन लोगों को कोरोना संक्रमण हुआ था, उनमें से 99.3 प्रतिशत लोगों ने टीका लगवाया था और वो सुरक्षित हैं।