नई दिल्ली । निपाह वायरस के बारे में तो आपने सुना होगा कोरोना के बाद लोग किसी वायरस से डर रहे है वो निपाह वायरस ही है या फिर यूं कह लिया जाए कि यह वायरस कोरोना से ज्यादा खतरनाक है यह इंसान को अंदर से तोड़ देता है कोमा में इंसान चला जाता है । केरल में इसके केस मिलने के बाद हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकार अलर्ट हो गई हैं। इस बीच रामबूटन फल की चर्चा फिर से होने लगी है। रामबूटन फल यानी नेफेलियम लैपेसियम दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाना वाला सैपिन्डेसी फैमिली का फल है। तो चलिए एक नजर डाल लेते है इस फल के बारे
निपाह आउटब्रेक के बीच रामबूटन फल की चर्चा क्यों
दरअसर, साल 2021 में केरल में एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई थी। तब कहा गया कि उसकी मौत रामबूटन फल खाने की वजह से हुई है। हालांकि, सितंबर 2021 में पता चला कि उस बच्चे की मौत निपाह संक्रमण की वजह से हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई 2018 में इसी जिले से वायरस के प्रकोप की रिपोर्ट और नियंत्रण के बाद केरल में ऐसा पहला मामला था। तब इसकी वजह से 17 लोगों की मौत हुई थी। यहीं से केरल में निपाह का खतरा बढ़ा था।
रामबूटन फल के क्या फायदे हैं
1. विटामिन्स से भरपूर- रामबूटन फल में कई विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम और आयरन जैसे की पोषकत तत्व और खनिज हैं। इसके सेवन से शरीर कई रोगों से दूर रहता है।
2. एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा – रामबूटन फल में विटामिन सी, कैरोटीनॉयड और फेनोलिक यौगिक जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो शरीर की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने का काम करते हैं।
3. फाइबर का जबरदस्त स्रोत- रामबूटन फल में फाइबर की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। यह पेट से जुड़ी कई समस्याओं में रामबाण माना जाता है।