अपनी रियल लाइफ में न्यूज़ चैनल्स में कंसल्टेंट एडिटर की भूमिका निभाने के बाद जब दीपक चौरसिया बिग बॉस के घर में गएं तो वहां भी कंसल्टेंट की ही जिम्मदारी निभा रहे हैं। घर में कोई भी मुद्दा उठे, सबसे पहले घरवालों के साथ-साथ बिग बॉस भी दीपक चौरसिया को ही याद करते हैं।
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Written & Edited By Sanjay Kumar Srivastava
मुंबई। अपनी रियल लाइफ में न्यूज़ चैनल्स में कंसल्टेंट एडिटर की भूमिका निभाने के बाद जब दीपक चौरसिया बिग बॉस के घर में गएं तो वहां भी कंसल्टेंट की ही जिम्मदारी निभा रहे हैं। घर में कोई भी मुद्दा उठे, सबसे पहले घरवालों के साथ-साथ बिग बॉस भी दीपक चौरसिया को ही याद करते हैं।
ऐसे में जब इस वीकेंड पर बिग बॉस के घर का सबसे बड़ा नियम तोड़ा गया तो बिग बॉस ने ख़ुद निर्णय लेने की जगह ये जिम्मेदारी दीपक चौरसिया के कंधों पर डाल दी। विशाल पांडेय ने घर के अंदर मौजूद कृतिका मलिक को लेकर टिप्पणी की जिससे उनके पति अरमान मलिक को ग़ुस्सा आ गया और उन्होंने विशाल को एक थप्पड़ जड़ दिया।
बिग बॉस के घर के सबसे अहम नियम है कि घर में हाथापाई नहीं की जाएगी। ऐसे में जब घर के अंदर ये रूल तोड़ा गया तो बिग बॉस ने दीपक चौरसिया, रणवीर शॉरी और लवकेश कटारिया को कन्फ़ेशन रूम में बुलाया और ये फ़ैसला लेने की ज़िम्मेदारी दी कि इस घटना को आम घटना माना जाए या स्पेशल केस मान कर फ़ैसला सुनाया जाए।
बिग बॉस जब भी किसी धर्म संकट में फंसे तो दीपक चौरसिया पर ही जताया भरोसा
बिग बॉस के पूछने पर दीपक चौरसिया ने लवकेश कटारिया और रणवीर शॉरी के साथ बातचीत करके ये डिसिजन लिया कि इसे एक स्पेशल केस माना जाए। क्योंकि कोई भी पति अपनी पत्नी के ख़िलाफ़ कुछ नहीं सुन सकता और बिग बॉस ने भी उनके इस फ़ैसले को माना। बिग बॉस के घर में कुछ ही दिन रहकर दीपक चौरसिया ने ना सिर्फ़ घरवालों को अपने सजेशन से सही और ग़लत का रास्ता दिखाया बल्कि बिग बॉस जब भी किसी धर्म संकट में फंसे तो उन्होंने भी दीपक चौरसिया पर ही भरोसा जताया।