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बृजभूषण पर त्यागपत्र का बढ़ा दबाव, 24 घंटे के भीतर WFI अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए कहा गया

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक के अलावा विनेश फोगाट जैसे भारत के चोटी के पहलवान पिछले दो दिन से डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. उन्होंने अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न और डराने का आरोप लगाया है. इन खिलाड़ियों ने महासंघ को भंग करने की मांग की है.

By इंडिया वॉइस 

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Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के आरोपों को लेकर केंद्र सरकार हरकत में आ गई है. एक दिन पहले खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ को नोटिस भेजकर 72 घंटे के भीतर जवाब मांगा था, लेकिन गुरुवार शाम तक खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया. हिमाचल प्रदेश से लौटते ही उन्होंने अपने आवास पर खिलाड़ियों के साथ बैठक शुरू कर दी.

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सूत्रों के मुताबिक आज (शुक्रवार) की सुबह एक बार फिर पहलवानों के साथ बैठक हो सकती है. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट समेत कई भारतीय पहलवान डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण और धमकी देने का आरोप लगाते हुए पिछले दो दिनों से यहां जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं.

जानकारी के मुतबिक इस बैठक में खेल मंत्री ने पहलवानों की बात सुनी और धरना खत्म करने की अपील की. लेकिन खिलाड़ी इस बात पर अड़े हैं कि पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए. ऐसा माना जा रहा है कि शुक्रवार को भी पहलवान अपना धरना जारी रखेंगे. पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने कहा कि सरकार अन्य मुद्दों को बाद में सुलझा सकती है. लेकिन उसे पहले डब्ल्यूएफआई को भंग करना चाहिए.

बेनतीजा रही बातचीत

इससे पहले भी पहलवानों की टीम को सरकार से बैठक के लिये बुलाया गया था, जिसमें तीन बार की राष्ट्रमंडल चैम्पियन विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया तथा साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कांदियान शामिल थे। इन सभी ने अपने मुद्दों पर खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान और संयुक्त सचिव ( खेल) कुणाल से भी चर्चा की. एक घंटे तक चली बैठक में पहलवानों से विरोध प्रदर्शन खत्म करने को कहा गया और आश्वासन दिया गया कि उनकी शिकायतों का हल निकाला जायेगा.

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72 घंटे के अंदर जवाब

इस बीच, डब्ल्यूएफआई को मंत्रालय की 72 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने की मांग का जवाब देना अभी बाकी है, जिससे संशय बढ़ गया है. मंत्रालय, हालांकि, बृज भूषण को इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता जब तक कि उसे लिखित जवाब नहीं मिलता क्योंकि सरकार ने खुद डब्ल्यूएफआई से स्पष्टीकरण मांगा है.

न्याय को लेकर मांग पर अड़े पहलवान

सबसे ज्यादा आक्रोशित नजर आ रहीं विनेश फौगाट ने कहा कि हमने बृजभूषण शरण सिंह पर जो इल्जाम लगाए हैं वो पूरी तरह से सही हैं. कल तक हमारे साथ एक ही महिला पहलवान थी, लेकिन अब चार से पांच ऐसी पहलवान हैं, जिनके साथ गलत हुआ है. हमें सामने आने के लिए मजबूर नहीं किया जाए। हम सम्मान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. सबके सामने यह नहीं कहना चाहते कि हमारे साथ क्या-क्या हुआ है. हम अध्यक्ष का इस्तीफा तो लेंगे ही और उन्हें जेल भी भिजवाएंगे. हम कानूनी तरीके से आगे नहीं जाना चाहते, लेकिन समाधान नहीं निकला तो एफआइआर भी दर्ज कराएंगे.

किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार: बृजभूषण

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कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस की तरफ से प्रायोजित हैं. चंद वही खिलाड़ी हैं जिनका करियर खत्म हो चुका है. वह मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं. मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं. जब कुछ किया नहीं तो किसी बात का डर नहीं है.

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