राजस्थान के टोंक में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. इस दौरान टोंक में बनास नदी पर गलोद घाट पर बन रहे पुल का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया. गनीमत रही कि पुल के नीचे कोई मजदूर काम नहीं कर रहा था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
Updated Date
टोंक की बनास नदी के गहलोद घाट पर बन रहे पुल का एक हिस्सा गिरने के बाद आज मौके पर PWD के अतिरिक्त मुख्य अभियंता,आरसी मीणा पहुँचे,,हादसे की जगह का मौका मुआयना किया. वहां के अधिकारियों कर्मचारियों से हादसे के कारणों के बारे में पूछताछ की,PWD के अतिरिक्त मुख्य अभियंता,आरसी मीणा ने बताया कि हाइड्रा मशीन के जरिये गर्डर के ऊपर रखते समय आपस मे टकराने से पुल पर रखे गर्डर नीचे गिर गए थे.

इस दौरान क्षेत्र में तेज आंधी अंधड़ का भी प्रकोप चल रहा था. इस बीच 20-20 फिट के चार बड़े पिलर अचानक धड़ाम से नीचे गिर गए. तेज धमाके के साथ हुए हादसे से आस-पास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई. बता दें, पीडब्ल्यूडी की ओर से करीब 135 करोड़ रुपये की लागत से करीब 2 किलोमीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इधर, पुल पूरा होने से पहले ही पिलर टूटने की घटना से निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर बड़े सवाल खड़े हो गए है.

इसमें कर्मचारियों की लापरवाही है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, दरअसल गहलोद घाट पर 135 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है. शुक्रवार को कार्य के दौरान पुल का एक हिस्सा गिर गया था, गनीमत रही कि इस दौरान पुल के नीचे कोई मौजूद नही था. बड़ा हादसा टल गया था.