यूपी में भाजपा अपने प्रतिद्वंदी सपा को बड़े झटके दे रही है। चुनाव में जीत के बाद बदायूं से सपा के बड़े नेता सिनोद शाक्य भाजपा में शामिल हो गए हैं।
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नई दिल्ली, 26 मार्च। उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीतने से इस बात को साफ कर दिया है कि जनता भाजपा के कार्यों से संतुष्ट है। अपने कार्यों के दम पर यूपी की सत्ता पाने वाली भाजपा कई नई नीतियों को लेकर आने वाली है। जबकि दूसरी ओर अपने विपक्षी दल को कमजोर करने के लिए पार्टी सपा के कई बड़े चेहरों को अपनी पार्टी में शामिल करने में भी जुटी है। इसी कड़ी में बदांयू के समाजवादी पार्टी के बड़े नेता सिनोद शाक्य को भाजपा ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया है। शनिवार भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के संगठन मंत्री सुनील बंसल, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव की मौजूदगी में दोनों ही नेताओं ने सदस्यता ग्रहण की।
सिनोद का राजनीतिक सफर
यूपी विधानसभा में हार के बाद सपा की जड़े धीरे-धीरे कमजोर होने लगी है। सपा का गढ़ माने जाने वाले बदायूं के दो कद्दावर नेताओं ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। जानकारी के अनुसार बदायूं से विधायक रह चुके सिनोद शाक्य ने आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सिनोद शाक्य दातागंज विधानसभा से 2007 व 2012 में बसपा के टिकट पर दो बार विधायक भी रह चुके हैं। बता दें कि करीब नौ माह पहले सिनोद शाक्य सपा में शामिल हुए थे, लेकिन अब वह भाजपा में शामिल हो गए हैं।
हाल ही में सिनोद शाक्य ने सपा से मिले एमएलसी टिकट को वापस कर दिया था। सिनोद शाक्य सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व बदायूं से सपा के पूर्व सासंद धर्मेंद्र यादव के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं।
पहली बार सपा चुनाव से बाहर
एमएलसी चुनाव के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब सपा इस चुनाव में होगी ही नहीं। अब तक बदायूं की इस सीट पर सपा को सबसे मजबूत माना जाता था। पिछले चुनाव को छोड़ दें तो हर चुनाव में सपा ही यहां से जीतती आई है।