कांग्रेस अपनी पार्टी में नई जान फूंकने की कोशिश में लगी हुई है। कांग्रेस की महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा आज कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3570 km लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करेगी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा दो बैचों में चलेगी - सुबह 7 बजे से 10:30 बजे तक और दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक। यह यात्रा लगभग पांच महीनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगी।
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Bharat Jodo Yatra: 2024 पीएम के चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) पद यात्रा के जरिए पार्टी में नई जान फूंकने की कोशिश में जुट गई हैं। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल आज, 7 सितंबर से अपनी 3,570 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करेंगे। इस यात्रा के साथ, कांग्रेस आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक केंद्रीकरण को चिह्नित करने की कोशिश कर रही है। भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर तक जाएगी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा दो बैचों में चलेगी – सुबह 7 बजे से 10:30 बजे तक और दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक। यह यात्रा लगभग पांच महीनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगी।
पहले ये पूरी यात्रा राहुल गांधी के नेतृत्व में होनी थी लेकिन अब वो यात्रा में बीच बीच में जुड़ते रहेंगे। काँग्रेस नेता आज शाम कन्याकुमारी के समुद्री तट के निकट एक जनसभा को संबोधित करेंगे और इसके साथ ही इस यात्रा की औपचारिक शुरुआत होगी। इस दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद होंगे. राहुल को स्टालिन एक राष्ट्र ध्वज सौंपेंगे. कन्याकुमारी में गांधी मंडपम में कार्यक्रम के दौरान भी स्टालिन मौजूद रहेंगे. इसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ उस सार्वजनिक रैली स्थल पर जाएंगे जहां से यात्रा की औपचारिक शुरुआत होगी.
भारत जोड़ो यात्रा से संबन्धित कुछ खास 10 बड़ी बातें
कन्याकुमारी में ‘गांधी मंडपम’ में कार्यक्रम के दौरान स्टालिन भी मौजूद रहेंगे, जिसके बाद राहुल गांधी कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ उस सार्वजनिक रैली स्थल पर जाएंगे जहां से यात्रा की औपचारिक शुरुआत होगी. कन्याकुमारी से श्रीनगर की 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा की औपचारिक शुरुआत रैली में होगी. पदयात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी और अगले 18 दिनों तक राज्य से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी. यात्रा कर्नाटक में 21 दिनों तक रहेगी और उसके बाद उत्तर की तरफ अन्य राज्यों में जाएगी.