कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलना सौभाग्य का विषय है। वहीं उन्होंने अपनी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस में कुछ बेताल हैं जिनकी वजह से कांग्रेस नेतृत्व बहुत परेशान है। कांग्रेस के 80 फीसदी नेता अयोध्या में भगवान राम का दर्शन करना चाहते हैं।
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संभल। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलना सौभाग्य का विषय है। वहीं उन्होंने अपनी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस में कुछ बेताल हैं जिनकी वजह से कांग्रेस नेतृत्व बहुत परेशान है। कांग्रेस के 80 फीसदी नेता अयोध्या में भगवान राम का दर्शन करना चाहते हैं।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलना सौभाग्य का विषय
आचार्य प्रमोद ने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए सुनहरा मौका है कि वह 22 जनवरी को अयोध्या जाकर अपने पापों का प्रायश्चित करें। संभल सदर के मोहल्ला दुर्गा कॉलोनी में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलना सौभाग्य का विषय है।
उन्हें प्रसन्नता हो रही है कि 22 जनवरी को वह भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान राम जब लंका फतह कर घर लौटे थे तब दीपावली मनी थी और अब 22 जनवरी को भी दीपावली मनाई जाएगी। कांग्रेस द्वारा इसे बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम मनाए जाने के सवाल पर कहा कि भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र होने का मतलब यह नहीं है कि यह राष्ट्र विरोधी देश है। भारत के संविधान के प्रथम पृष्ठ पर राम दरबार का चित्र अंकित है, जिसे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने लिखा है।
राम के बिना भारत की कल्पना नहीं
उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं। सब राम के हैं और राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। राहुल गांधी का कहना कि यह बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम है इसलिए वह नहीं अयोध्या नहीं जाना चाहते, इस सवाल पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कुछ बेताल हैं, उन बेतालों से कांग्रेस नेतृत्व बहुत परेशान है। जब बेताल सिर पर बैठता है तो विक्रम की बुद्धि खराब हो जाती है। ठीक इसी तरह कांग्रेस पार्टी के भीतर कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें राम जी से चिढ़ है, उन्हें राम से चिढ़ है और सनातन से चिढ़ है।
अखिलेश यादव 22 जनवरी के बाद अयोध्या में राम जी के दर्शन करने जाएंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि 22 जनवरी के बाद क्या अयोध्या में राम जी की मूर्ति बदल जाएगी जो वह बाद में जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाद में जाने से अच्छा है कि 22 जनवरी को ही जाएं। उन्होंने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए अपने पापों का प्रायश्चित करने का यह सुनहरा मौका है।
कहा- विपक्षी दल भाजपा का विरोध करें, भगवान राम का नहीं
उन्होंने अखिलेश यादव को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या जरूर जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने सभी विपक्षी दलों को कहा कि वह भाजपा से लड़ें ना कि भगवान श्री राम से। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सभी विपक्षी दलों से कहा कि वह भाजपा का विरोध करें लेकिन भगवान राम का विरोध नहीं। क्योंकि राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती।