यूपी के बलिया जिले में शादी की खुशियों में रंग में भंग पड़ गया। घराती और बाराती में हुए विवाद के बाद बिन दुल्हन लिए बारात को लौटना पड़ गया। पुलिस के अनुसार दुल्हन के लिए तय गहने और अन्य सामान दूल्हे पक्ष द्वारा नहीं लाया गया था। बीते 18 फरवरी को बलिया जिले के बांसडीह थाना क्षेत्र के मैरिटार गांव में बलिया शहर से बारात आई थी।
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बलिया। यूपी के बलिया जिले में शादी की खुशियों में रंग में भंग पड़ गया। घराती और बाराती में हुए विवाद के बाद बिन दुल्हन लिए बारात को लौटना पड़ गया। पुलिस के अनुसार दुल्हन के लिए तय गहने और अन्य सामान दूल्हे पक्ष द्वारा नहीं लाया गया था। बीते 18 फरवरी को बलिया जिले के बांसडीह थाना क्षेत्र के मैरिटार गांव में बलिया शहर से बारात आई थी।
शादी की सभी रस्में भी धूमधाम से की जा रही थी। दूल्हा और दुल्हन का जयमाल भी हो गया था। तभी शादी की अन्य रश्म के दौरान किसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया और देखते ही देखते मामला पुलिस तक पहुंच गया। इसके बाद शादी की रश्म को रोक दिया गया। अगले दिन यानि 19 फरवरी को दोनों पक्षों की थाने में पंचायत हुई और मामले का निपटारा किया गया और बारात बिना दुल्हन के ही वापस लौट आई।
गहने और अन्य सामान नहीं लाने पर लड़की पक्ष हो गया था नाराज
पुलिस का कहना था कि लड़के पक्ष द्वारा लड़की के लिए गहने और अन्य सामान नहीं लाए गए थे। जिससे लड़की पक्ष नाराज हो गया और शादी कराने से इंकार कर दिया। इसके बाद थाने में दोनों पक्ष आपस में समझौता किए और बारात बिना दुल्हन के ही वापस लौट गई। वहीं दूल्हे का कहना था कि मेरी बारात 18 फरवरी को मैरीटर गांव में आई थी, जो किसी कारणवश शादी टूट गई।
कारण यह था कि मैंने नाच और बाजा अपनी ओर से किया था। उसमें झांकी का प्रोग्राम रात 12:00 बजे तक खत्म हो गया। उन्होंने पेमेंट के लिए कहा था। उसी समय आंगन में अपने कार्यक्रम में बिजी हो गया था।
उसी वक्त झांकी वालों ने 100 नंबर पुलिस को बुलाया। पुलिस वाले दोनों पक्ष के एक-एक लोगों को ले गए। उसी वक्त लड़की के पिता ने लड़की से कहा कि अंदर चलो, शादी नहीं होगी और आप लोग अपना रास्ता देखिए। दूल्हे ने कहा कि जब लड़की पक्ष का इंकार है तो हमारा भी इनकार ही रहेगा।