रांची, 12 मई: 18.6 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले में ईडी ने बुधवार को खनन विभाग की सचिव पूजा सिंघल को शाम को गिरफ्तार कर लिया गया। लगातार दो दिनों से पूजा सिंघल से पूछताछ हो रही थी। यह कार्रवाई उनके ऊपर मनरेगा घोटाले में संलिप्तता और भ्रष्टाचार से जुड़े हुए कई अन्य मामलों के तहत हुई है। आईएस पूजा सिंघल को शाम 7:40 पर कोर्ट ले जाया गया, ईडी ने विशेष अदालत से 12 दिनों के रिमांड मांगी, पर 5 दिनों की रिमांड अदालत द्वारा दी गई। आपको बता दें झारखंड राज्य में पहली बार ईडी द्वारा किसी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में पूजा सिंघल ने कई खुलासे किए, कोलकाता के व्यापारी अग्रवाल फैमिली के साथ एक बड़े राजनेता संरक्षण मिलता है। यह बात भी बताई। उन्होंने बताया कि डीएमओ की पोस्टिंग का भी में भी बड़े पैमाने पर पैसों का लेनदेन होता है। अवैध माइनिंग का पैसा अग्रवाल फैमिली के माध्यम से कोलकाता भेजा जाता था। बता दें कि पूजा सिघल के पति अभिषेक झा की गिरफ्तारी भी हो सकती है, उनक सीए पहले से ही रिमांड पर है।
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इससे पूर्व जब पूजा सिंघल फरवरी 2009 से जुलाई 2010 तक खूटी की डीसी थी और उनके बाद जब राजेश शर्मा को खूंटी का डीसी बनाया गया तो उन्होंने मनरेगा में हुए 18.06 करोड रुपए के घोटाले को लेकर 70 एफ आई आर दर्ज कराई और इस मामले की जांच के लिए उन्होंने आगे अधिकारियों से अनुशंसा भी की लेकिन दो-तीन महीने में ही उनका ट्रांसफर कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह 10:30 बजे पूजा सिंघल ईडी कार्यालय पहुंच गई थी, करीब 6:30 घंटे की पूछताछ में ईडी ने आईएस पूजा सिंघल से 20 सवाल पूछे
11 अन्य अफसरों पर हो सकती है कार्यवाई
राजभवन द्वारा गृह मंत्रालय को 11 अन्य अफसरों के नाम भी भेजे गए थे, जिनमें आईएस पूजा सिंघल का नाम सबसे ऊपर था। बाकी के अफसर भी ईडी की रडार पर है। जिसमें अवैध माइनिंग करने की छूट देने का आरोप आईटीआई के निदेशक के श्रीनिवासन पर लगा है, रांची डीसी छवि रंजन पर भी आवास से लकड़ी काटने का आरोप लगा है। भवन निर्माण के सचिव सुनील कुमार पर भी आरोप है, जिसके साथ सीएमओ के एक ताकतवर अधिकारी, निर्माण से जुड़े कई विभागों के प्रधान अफसर, एक और व्यक्ति जो कि आईएस नहीं है, और एक बड़े घोटाले से हाल ही में मुक्त हुए एक अफसर, मूलभूत सुविधाओं से जुड़े विभाग के मुखिया, और दूसरे राज्य में डीसी रह चुके एक अधिकारी। इन सभी लोगों के नाम राजभवन ने अपनी ओर से दिए हैं और यह कयास लगाया जा रहा है कि जल्दी इन पर भी कार्यवाही हो सकती है
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पूजा सिंघल का हुआ निलंबन
इस मामले में गिरफ्तारी के बाद ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज आईएस पूजा सिंघल के सस्पेंशन का ऑर्डर दे दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वह 2017-18 में क्लीन चिट देने वाले दोषी अधिकारियों पर भी कानूनी कार्यवाही होगी उन्होंने कहा कि भाजपा कितने दिनों तक सत्ता में रही है उस कार्यकाल की भी जांच होनी चाहिए।
सस्पेंड करने से मुखिया की कुर्सी नहीं बचने वाली । आगे देखिए होता है क्या । https://t.co/Wy8xwcryOY
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 12, 2022