प्रदेश की योगी सरकार में गोरखपुर मे बहुत कुछ बदल रहा है। जहां कई तरह के नए प्रोजेक्ट शहर की खूबसूरती और बेहतर आवागमन के लिए आकर्षक बन रहे हैं। अंग्रेजों के जमाने की, तमाम उन बिल्डिंगों को नया बनाने की कवायद भी चल रही है
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गोरखपुर। प्रदेश की योगी सरकार में गोरखपुर मे बहुत कुछ बदल रहा है। जहां कई तरह के नए प्रोजेक्ट शहर की खूबसूरती और बेहतर आवागमन के लिए आकर्षक बन रहे हैं। अंग्रेजों के जमाने की, तमाम उन बिल्डिंगों को नया बनाने की कवायद भी चल रही है जिनकी उम्र सैकड़ो वर्ष से अधिक हो चुकी है। इसी क्रम में योगी सरकार ने गोरखपुर के 120 वर्ष पुराने जिला अस्पताल के पुराने भवन को, नए स्वरूप में गढ़ने और बनने के लिए करीब 22 करोड रुपए का बजट स्वीकृत किया है। इसकी पहली किस्त के रूप में लगभग 11 करोड़ धनराशि जारी कर इसके निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्र ठाकुर ने बताया है कि प्राप्त धनराशि को किस मद में किस फॉर्म को जारी करना है, इसका टेंडर और शासन से निर्देश प्राप्त होते ही जारी कर दिया जाएगा। अब यह तय हो गया है कि जिला अस्पताल का सैकड़ो वर्ष पुराना धीरे-धीरे जर्जर हो रहे भवन की जगह, नई और बेहतरीन सुविधाओं से युक्त बिल्डिंग बनकर तैयार होगी। जिसका ओपीडी और प्रशासनिक भवन तो शानदार बनेगा ही, मरीज को इलाज की सुविधा देने के साथ उन्हें वाहन को पार्क करने से लेकर प्रतीक्षा करने के हाल की भी सुविधा इसमें उपलब्ध कराई जाएगी। तीन मंजिला ऐसा भवन में पहले तल पर पार्किंग, दूसरे तल पर पर्ची काउंटर और ओपीडी, दवा वितरण केन्द्र,पैथोलाजी और तीसरे तल पर प्रशासनिक अधिकारियों का कार्यालय होगा।
जिला अस्पताल का भवन अंग्रेजों के जमाने में बना लेकिन अभी भी अपनी सेवा बेहतर दे रहा है। समय की मांग के अनुरूप अब इसकी ओपीडी और प्रशासनिक भवन को नया भवन बनाया जाए। सभी विभागों की ओपीडी के लिए तीन मंजिला भवन बनाया जायेगा। अभी जिला अस्पताल की ओपीडी दो भवनों में अलग-अलग और काफी दूरी पर चलती है लेकिन अब सब एक जगह ही होगी। इससे दूर-दराज से आए मरीजों को दौड़ना नहीं पड़ेगा। इसमें मरीज और उनके परिजन लिए वेटिंग हाल भी बनेगा। जो प्रोजेक्ट तैयार हुआ है उसके मुताबिक गोरखपुर-बस्ती मंडल के सरकारी अस्पतालों में, गोरखपुर का अस्पताल यह सुविधा शुरू करने वाला पहला अस्पताल होगा। कई बरसों से अस्पताल के नए भवन की मांग जिला अस्पताल प्रशासन, शासन से कर रहा था। बारिश के दिनों में जहां यह टपकने और अन्य दिक्कत का कारण होता है तो इसके परिसर में जल भराव होने से मरीजों को आने जाने में भी दिक्कत होती है। अब यह सड़क से ऊंचाई और बेसमेंट के साथ बनेगा। जिससे वाहनों की पार्किंग और मरीज और उनके परिजनों का आगमन सुलभ होगा।
नए ओपीडी भवन में मेडिसिन डिपार्टमेंट के अलावा ऑर्थो, सर्जरी, चेस्ट, हार्ट, ईएनटी, पैथोलॉजी, बाल रोग, डर्मेटोलॉजी और दवा वितरण, केंद्र जन औषधि केंद्र जैसे सभी महत्वपूर्ण विभाग बनेंगे। एक जगह मरीज का पर्चा बनवाने और दिखाने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा चिकित्सा से जुड़े हुए प्रशासनिक का अफसर चाहे वह प्रमुख चिकित्सा अध्यक्ष हों या फिर अस्पताल प्रबंधक। अकाउंट डिपार्टमेंट हो या फिर डाग और स्नेक बाइट के पीड़ितों के टीकाकरण का केंद्र, सब कुछ एक परिसर में प्रशासनिक भवन के साथ उपलब्ध होगा। जो अभी तितर-बितर स्थिति में है जिससे मरीज के लिए भाग दौड़ करना पड़ता है।