सब जग होरी जा ब्रज में होरा। दर्शकों ये प्राचीन कहावत एक बार फिर से सोमवार को जग प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बरस रहे अबीर गुलाल से चरितार्थ हुई।
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वृन्दावन। सब जग होरी जा ब्रज में होरा। दर्शकों ये प्राचीन कहावत एक बार फिर से सोमवार को जग प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बरस रहे अबीर गुलाल से चरितार्थ हुई। मौका था बसन्त पंचमी से करीब डेढ़ माह तक चलने वाले ब्रज के प्रसिद्ध होली पर्व की शुरुआत का। इस पावन मौके पर अपने आराध्य के संग होली खेलने की लालसा लेकर मंदिरों की नगरी वृन्दावन में आये देश-विदेश के श्रद्धालु भक्तों प्रातः से ही ठाकुर बाँके बिहारी मन्दिर पर एकत्रित होने लगा। मन्दिर में शृंगार आरती के बाद जैसे ही सेवायत गोस्वामियों द्वारा ठाकुरजी के चरणों में अर्पित अबीर-गुलाल श्रद्धालु भक्तों के ऊपर बरसाया गया तो भक्तजन भी ठाकुरजी की इस प्रसादी में स्वयं को बार-बार रंगने को बेताब होने लगे। वहीं अपने आराध्य के संग होली खेलने का आनन्द ले रहे श्रद्धालु आनन्दित होकर जयघोष करने लगे और मन्दिर प्रांगण जयकारों से गुंजायमान हो उठा।